अंतरिक्ष गीत अनु जैन द्वारा, यह नवीनतम हिंदी गीत द्वारा गाया जाता है अनुव जैन, संगीत अनु जैन द्वारा बनाया गया है। अंतरिक्ष गाने के बोल अनुव जैन ने लिखे हैं। इसका म्यूजिक वीडियो अनु जैन ने रिलीज किया है।
कलाकार: अनुव जैन
अंतरिक्ष गीत - अनु जैन
हां कर्ता मैं बातें मेरी
आने से देखूं तेरी
तुझसे कैसे खुल के वैसे
बोलूं में रज दिल के
अब तेरे सामने हूं
कितना कुछ मैं कहना चाहू
मुझको ये बता दे
फिर क्यों खोजूं मैं अल्फाज मिल के
देखो ये आना
आए न तू क्यों यहां
आईने में साथ मेरे
तेरी ही तो है जगह
उल्झा हूं अल्फाजों में ही
निकले न आवाज़ों में
कि पास मेरे
पास में आज आज ना
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ रे आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आरे आरे आरे
तेरे सितारों में आ
इक तारा हजारों में क्या
मेरे इन सवालों का मैं
ढूंढ़ूं यूं जवाब ऐसे
लाख हज़ारों में क्या
मामूली किरदारों में
या आऊं इन ख्यालों में
मैं बांके कुछ नयाब ऐसे
तू ही है आसमान
मेरे दिल को आज़ाद
आसमानी तारों में
मैं धुन्धुं हूं अपनी जगह
मेरे भी ख्यालों में तू
दुनिया के किनारे से यूं
पास मेरे पास में आज आज ना
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ रे आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आरे आरे आरे
सुन तो एक दिन ये दिल मेरा
होगा बेनकाब हां
और फिर तुझे नज़र आएगा की
अंतरिक की तरह
ये है बेहिसाब सा
और सब तेरा ये हो जाएगा ही
दिल के अफसाने मेरे
कह ना पाया सालो से
मैं सोचूं ये खजाने मेरे
बातून सारे आज तुझसे
बनते बहाने मेरे
तालुन क्यों न जाने कल पे
हूं जो अब मैं पास तेरे
बैठा हूं बुरा खुद से
बंद हैं तालों में
तालु सारी बातें ये
तालु सारे बातें क्या
मैं तेरे इंतजार में
रहता हूं उम्मेदों में
क्या तू ही मुझे कह देगी
आ पास मेरे पास में आज आज ना
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ रे आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आरे आरे आरे
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ रे आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आ
आ रे आ रे आरे आरे आरे