बंडूकान गीत – कंठ कालेर | देशभक्तीपर गाणे

By काजोल सराफ

बंडूकान गाण्याचे बोल आरोग्यापासून पंजाबी गाणी (2016) यांनी गायले आहे कंठ कालेर. हे गाणे कमल कालेर यांनी संगीतबद्ध केले असून विक्की मोरनवालिया यांनी लिहिलेले आहे.

गायक: कंठ कालेर

गीतकार: विकी मोरानवालिया

तयार केलेले: कमल कलेर

चित्रपट/अल्बम: -

लांबी: 4:38

रीलिझ: 2016

संगीत लेबल: मॅड 4 संगीत

Bandookaan गीतांचा स्क्रीनशॉट

बंडूकान गीत - कांत कालेर

सूरमियां तेरी आज वी सानू
राडेक राही ए थोड
भगत सियान तेरे मुलख नु
फिर पे गई तेरी लोरह
फिर पे गई तेरी लोरह

भारत माँ नूच नोच के
खा रहा चिर दे ने
कळे कौये हंस दा भेस
वाटा के फिरडे ने (x2)

झुलम ते दबडबे सूरज उठे
चाजा भगत सियान
झुलम ते दबडबे सूरज उठे
चाजा भगत सियान

फिर बंदुकान..
फेर बंदुकान बीजन दे लाय
आजा भगत सियान
फेर झुलाम नू रोकन दे लाई
आजा भगत सियान
फेर बंदुकन बीजान दे लाय
आजा भगत सियान

देस लावी तू सर कवटया
सिरों काटा लाये केस
आझादी दे दिवाने ने
लखन बादले भेस (x2)

मेरा रंगदे बसंती चोला (x2)
मुखोन गजा भगत सियां

फिर बंदुकन..
फेर बंदुकन बीजान दे लाय
आजा भगत सियान
फेर झुलाम नू रोकन दे लाई
आजा भगत सियान
फेर बंदुकन बीजान दे लई
आजा भगत सियान

दिल हुबकी हुबकी रोवीन
पड पड अखबारा नू
किवे आझादी आखां
हुंडे आत्याचारा नु (x2)

अरे इंकलाब दा मुध तो
इंकलाब दा मुध टन
दीप जगा भगत सियां

फिर बंदुकान..
फेर बंदुकान बीजन दे लाय
आजा भगत सियान
फेर झुलम नु रोकन दे लाय
आजा भगत सियान
फेर बंदुकन बीजन दे लयी
आजा भगत सियान

विकी मोरनवालिया की अनहोनी वार्ती ए
बस यादगार बन रेह गई
खटकर कलां दी धरती एई (x२)

जो भूल गये लोकी तैनु
जो भूल गये लोकी तैनु
याद करन जा भगत सियान

फिर बंदुकान..
फेर बंदुकान बीजन दे लाय
आजा भगत सियान
फेर झुलाम नू रोकन दे लाई
आजा भगत सियान
फेर बंदुकन बीजान दे लाय
आजा भगत सियान

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