धाकड गीत दंगल मधील: हरियाणवी रॅप गाणे गायले आहे रफ्तार ज्यात प्रीतम यांचे संगीत दिग्दर्शन आहे आणि अमिताभ भट्टाचार्य यांनी लिहिलेले धाकड गीत आहे.
गायक: रफ्तार
गीताचे बोल: अमिताभ भट्टाचार्य
तयार केलेले: प्रीतम आणि धाकड
चित्रपट/अल्बम: दंगल
लांबी: 2:28
रीलिझ: 2016
लेबलः झी म्युझिक कंपनी
धाकड गीत
निक्कर आणि टी-शर्ट पाहन के आया चक्रीवादळ
(हां जी)
रे निकर और टी-शर्ट पाहन के आया चक्रीवादळ
लगा के फोन बता दे सबको
बचके राहियो बागड बिली से
चंदीगड से या दिल्ली से
तेणे चारो खाने चित्त कर देगी
तेरे पुर्जे फिट कर देगी
दात कर देगी तेरे दानव से बध के
पेंच पलट कर देगी
चित्त कर देगी, चित्त कर देगी
ऐसी धाकड है, धाकड है
ऐसी धक्का है (x4)
रे चोरियां…
ये चोरियां…
इब्ब यो सुनो…
तेरी आकड की रस्सी जल जायेगी
पकड में इसकी आग है
यो इंची टेप से नापेगी
तेरी कितनी उंची नाक है
तेरी सांसें अटक जायेगी (हाहा)
वो जोर पताक जायेगी (कसम से)
तेणे चारो खाणे चित्त कर देगी
तेरे पुर्जे फिट कर देगी
दात कर देगी तेरे दानव से बध के
पेंच पलट कर देगी
चित्त कर देगी, चित्त कर देगी
ऐसी धाकड है, धाकड है
ऐसी धाकड है (x4)
वेग सुपरफास्ट बडी
चोरी जब्बार जात बडी
बांधा इसने जोडे का जो फेटा
फिर गीता बनी चित्ता
इस से पहले की पापिता गिरे झाड से
ये धाड से पछाड गई
जो भी था उखाडना, उखाड गई
जितने समय में तू देख पाये
पालकीं झपाक कर
लपक कर निकल जायेगी
रायफल की बुलेट को भी टक्कर दे जायेगी
तेणे चारो खाने चित्त कर देगी
(ये बात)
तेणे चारो खाने चित्त कर देगी
तेरे पुर्जे फिट कर देगी
दात कर देगी…दानव से बध के
पेंच पलट कर देगी
चित्त कर देगी, चित्त कर देगी
ऐसी धाकड है, धाकड है
ऐसी धाकड है (x4)
गाणे देसी ठुमका गीत