सन सजनी गीत - सत्यप्रेम की कथा
ए हालो रे हाल
अहो…
हॅलो रे
थाम ले तू मेरी ये कळली रे
कालयी रे
बाळो रे
बजने दे इश्क की शहनाई रे
शहनयी रे
लाल चुडियाँ चमके थारा हाथों मा
अरे वागे झांजर नी झंकार रातों मा
लाल चुडियाँ चमके थारा हाथों मा
अरे वागे झांजर नी झंकार रातों मा
सूर्य सजनी
रवि रवि
सुन सजनी बाजे ढोल
मैं तो नाचुंगा
मुझे घर जाने को ना बोल
मैं तो नाचुंगा
सुन सजना बाजे ढोल
मैं तो नाचुंगी
मुझे घर जाने को ना बोल
मैं तो नाचुंगी
आज गरबा मा
झूम झूम नाचुंगी
मैं तो गोल गोल
घूम घूम नाचुंगी
सुन सजनी बाजे ढोल
मैं तो नाचुंगा
मुझे घर जाने को ना बोल
मैं तो नाचुंगा
अहो…
सारर सारर चुनरी जो लेहरायी है
इसने ढाकणें बधाई आहे
नजर नजर से क्यूँ शरर्मी है
इश्क करने की घडी आयी है
सारर सारर चुनरी जो लेहरायी है
इसने ढाकणें बधाई आहे
नजर नजर से क्यूँ शरर्मी है
इश्क करने की घडी आयी है
आज दूरियाँ ना हो मुलाकातों मा
भीग जा मेरी झुल्फ की बरसातों मा
सूर्य सजनी
रवि रवि
सुन सजनी बाजे ढोल
मैं तो नाचुंगा
मुझे घर जाने को ना बोल
मैं तो नाचुंगा
सुन सजना बाजे ढोल
मैं तो नाचुंगी
आज मुझे घुमा दे गोल गोल
मैं तो नाचुंगी
मैं भी संग तेरे घूम घूम
आज गरबा मा झूम झूम
अरे.. सांग तेरे माझा के कहर
आज लेहार गैर गायर लहर
अहो…
मैं भी संग तेरे
घूम घूम नाचुंगा
आज गरबा मा
झूम झूम नाचुंगी
सांग तेरे माझा के कहर
नाचुंगा
आज लेहार गैर गायर लहर
नाचुंगी
मैं तो नाचुंगा
मैं तो नाचुंगी
अहो… हो
हे आणखी एक हिंदी गाणे गुज्जू पताका गीत – सत्यप्रेम की कथा | कार्तिक, कियारा