चित्त कुक्कड गीत - लवशुदा | पञ्जाबी गीत

By रचनाजोत सेहरावत

चित्त कुक्कड गीत लवशुदा बाट। यो विवाह हो पंजाबी गीत को आवाजमा नेहा कक्कड र गिप्पी ग्रेवाल। गीतमा युवराज गोयल (द गनस्मिथ)ले शब्द लेखेका हुन् भने संगीत परिचायको रहेको छ ।

गिरीश कुमार र नवनीत कौर ढिल्लनको अभिनय

गायक: नेहा कक्कड र गिप्पी ग्रेवाल

गीत: युवराज गोयल (द गनस्मिथ)

रचना गरिएको: परिचय

चलचित्र/एल्बम: लवशुदा

लम्बाइ: 3:30

रिलीज: 2016

लेबल: टिप्स आधिकारिक

चित्त कुक्कड गीतको स्क्रिनसट

चित्त कुक्कड गीत- लवशुदा

चित्त कुक्कड बनेरे ते,
चित्त कुक्कड बनेरे ते,
काश्नी दुपट्टे वाले,
मुन्डा सडके तेरे ते,
काश्नी दुपट्टे वाले,
मुन्डा सडके तेरे ते,

चित्त कुक्कड बनेरे ते..

ढोल ते जद्द दुल्हन हिलान्दी हिप जरा,
ढोल ते जद्द दुल्हन हिलान्दी हिप जरा,
दुल्हा कह्दा हट जाओ
एहनु घर हुन लाइ जावा,

बाङ देन्दे कुक्कड
ते मेमन कहन्दी वाह,
बाङ देन्दे कुक्कड
ते मेमन कहन्दी वाह,
दुल्हा कह्दा हात
जाउ एहनु घर हुन लाइ जावा,

ढोल ते जड दुल्हन हिलान्दी हिप जरा
बाङ देन्दे कुक्कड ते
मेमन कहन्दी वाह,

चित्त कुक्कड बनेरे ते.. ते..
चित्त कुक्कड बनेरे ते,

हो दुल्हन आई छम्के,
जीवन तारे पाए जप्पियाँ,
निक्के निक्के मुन्डे पनि तैनु,
देके जाये पप्पियाँ,

हे भगवान जस्तै उनी धेरै सुन्दर छिन्,
कुक्कड दी मुर्गी चिट्टी हो,
कुक्कड नु फ्लाइङ किस दिट्टी,

आन्टियाँ सब कहन्दी..वाह..

दुल्हा कह्दा हट जाओ
एउ घर हुन लाइ जावा,
ढोल ते जद्द दुल्हन हिलान्दी हिप जरा,
बाङ देन्दे कुक्का
ते मेमन कहन्दी वाह,
दुल्हा कह्दा हट जाओ
एउ घर हुन लाइ जावा,

चित्त कुक्कड बनेरे ते,
काश्नी दुपट्टे वाले,
मुन्डा सडके तेरे ते,

तेरे ते.. तेरे ते.. तेरे ते..

अलिकति आवाज गर...

हो.. जड् ए गीत वाज्जेदवज्जेगा
हर कुक्कड नछेगा, नछेगा
हर मुर्गी जाछेगी,
करेगी शो रोकियो,

दुल्हा केक काटेगा,
पर शेयर नही करेगा,
भेनिला फ्लेवर दुल्हन..बेचारी माथी नी,

उ.. प्यारा जोडी ने सब देलाँ तौन,
शरम काटति वे,
र्‍याप करदे ने काका ते आन्टियाँ भी,
लुटपाट मटकदी वे,

सब तौन वाडिया बिहे
सब तौँ सोहनी जोडी मान लो,
खालो पिलो नछोलो
जोडी नु बस घर जान दो,

चित्त कुक्कड तल्ला ते,
नाच्दा तपडा गौंडा गाना,
सोहनी दुल्हन चुक के,
मुन्डे ने हनिमून ते जान,

चिता कुकड तल्ला ते,
एहनु ताना सिट्टी ने निकालना,
सोहनी दुल्हन नाल हुन,
मुन्डे ने हनिमुन मनाना,

ओ विवाह चल रही सवेरे से,
हो ना संभाल अब मात्र से,
रस्मों से कुल पाक गया,
कार्ले रसम बनेर मेँ अन्धेरे मे...

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