शीर्ष शीर्ष गीत - शुभ राईकोटी | पञ्जाबी गीत

By रमनसुख बबल

शीर्ष शीर्ष - शुभ राईकोटी गीत बाट पंजाबी गीत (2018) द्वारा गाएको शुभ राईकोटी। ह्याप्पी राईकोटीको शब्द रहेको यस गीतमा लाडी गिलको संगीत रहेको छ ।

जस्सी बानिपाल द्वारा निर्देशित शीर्ष शीर्ष पञ्जाबी गीत को म्यूजिक भिडियो।

गीत: शीर्ष शीर्ष - शुभ राईकोटी गीत

गायक: शुभ राईकोटी

गीत: शुभ राईकोटी

संगीत: लाडी गिल

ट्र्याक लम्बाई: 3:47

संगीत लेबल: सेतो हिल संगीत

शीर्ष शीर्ष गीतहरूको स्क्रिनसट - शुभ राईकोटी

शीर्ष शीर्ष गीत - शुभ राईकोटी

हो शीर्ष दिएँ गद्दियाँ ने रखियाँ

गड्डियाँ दे सिरन तीन रातो बत्तियाँ

आखाँ विचार आखाँ न तँ पाऊँ

तेरे वर्गीयन झल दिए पखियाँ

ओए आ गया जट तेरा!

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

जिते तेरी अख नही काम करदी

मेरी बन्दूक करदी

डिन्डी बन्द मार नि

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

ओ बेबे दी मेहर नल गीत चलदे

महिना के नी सदा हि दोहोर्यौ चलदे

ओए रहिदा ए काका जी जमीं उठे

देखे नही कैसे ने हाल कल दे (x2)

ले सुन फिर अगली!

राईकोटी कल्ला नाम विकदको शुभकामना

नहीओ आप विक्दा कहन्दे गीतकार जी

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

जिते तेरी अख नही काम करदी

मेरी बन्दूक करदी

डिन्डी बन्द मार नि

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

हो डांगेँ दे भेले जम्मे यार गोरीए

उठ्न सादे नालो तब हात्यार गोरीए

समय पन वाली गल तँ जबाक करदे

जट सदा लुन्डा र पार गोरीए (x2)

हो जेहदे फिरदे आ छातियाँ नु तन दे

साले मालिकले प्रतिबन्ध लगाए

मै देने विचार पर नी

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

जिते तेरी अख नही काम करदी

मेरी बन्दूक करदी

डिन्डी बन्द मार नि

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

हो शोंक नाल ठोका छोटे वाले गँगनी

लग्दी आ बदली हुण्डी बंग बंग नि

रख डिन्डा टाकुआ दोफाड करके

देसी जेया तेरे जट्ट दा अपशब्द नी (x2)

हो कडा दौगा वेहम चकवी मुन्डिर दा

लाहदु भूत हीर दा होनी ताड ताड नि

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

जिते तेरी अख नही काम गर्दै

मेरी बन्दूक करदी

डिन्डी बन्द मार नि

जेधे मेरे साल्या छ बाली अग नी

फिरदे आ वाग् नि

झट्ट दोगा थार नि

थोडा सा गीत – कबीर पञ्चोली

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