आग का दरिया गीत - 14 फेरे | राजीव, रोमी, रजनीगंधा | गीत सागर

By काटो क्रेस्पो

आग का दरिया गीत - 14 फेरे। यह नवीनतम है बॉलीवुड गाना 2021 की फिल्म "14 फेरे" से "आग का दरिया"। इस ट्रैक को गाया है राजीव वी भल्ला, रोमी, रजनीगंधा शेखावत, संगीत राजीव वी भल्ला द्वारा रचित है, और आग का दरिया गीत गीत सागर द्वारा लिखे गए हैं।

गायक: राजीव वी भल्ला, रोमी, रजनीगंधा शेखावत

गीत: गीत सागर

रचना:  राजीव वी भल्ला

मूवी/एल्बम: 14 फेरे

लंबाई: 2:07

रिलीज: 2021

लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

आग का दरिया के बोल का स्क्रीनशॉट

आग का दरिया गीत - 14 फेरे

लेने का तो मन ना कर रहा
फिर भी ले रहे चांस हम
लाइफ की यारी टेढ़ी बीत पे
जाम के कर रहे डांस हम

पासा फेंक के देखेंगे
6 आया या 1 सिद्दी
रानी मिलेगी या कटेगा कोई सांप

नकली हैं माता नकली पिता हैं
मगर समस्या असली है
किस्मत की जो पैंट है ढीली
नदी से वो कासली हैं

मंगल उल्टा शनि है वैखरी
राहु केतु जोड़े हुए
साड़ी की साड़ी प्लानिंग की
राह रोक के खड़े हुए

पंडित बोले ना जी
ना जी ना जी
ये तो हारी हुई है बाजी
बाजी बाजी

हरे हरे नोटन से
पंडित को मनाना है

आग का दरिया है
डूब के जाना है
आग का दरिया है
डूब के जाना है

एक से एक नमूनें भजे
लेकिन खुद ना आये रहे
साची साची कहो प्रभु
क्यों भक्तन को तड़पायें रहें

हो, एक से एक नमूनें भजे
लेकिन खुद ना आये रहे
साची साची कहो प्रभु
क्यों भक्तन को तड़पायें रहें

सब में तुम को देखो
लेकिन सारे एवियन ई
हक्का नूडल्स समझा जिन को
ये तो सारे सवियां हैं

देसी सेवइयां से
देसी सेवइयां से चाउमीन बनाना है

आग का दरिया है
डूब के जाना है
आग का दरिया है
डूब के जाना है

मारी मगेतर व्हिस्की वाली
रे मारी मगेतर व्हिस्की वाली
थार रे वादो रे नवाब
थार रे वादो रे नवाब
क्यो रे खेतर रे
थार रे वादो रे नवाब
चायो रे मांगे रे

एक समस्या उठा कर पत्की
इब दूजी की बारी से
जैउर जाके जात हुए
इब अधलों से बिहारी से

नये नये चेहरे जिन पे
नये नये रंग की माला है
नाली चाबी लेके बैठा
बड़े गजब का ताला है

खुद ही पे परदे कर
खुद ही पे परदे कर
खुद बड़ी नाम बनाना हैं

आग का दरिया है
डूब के जाना है
आग का दरिया है
डूब के जाना है

गीत घोड़ी चढके गीत

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