आला बाली गीत - कोक स्टूडियो 9 | जबर अब्बास, निर्मल रॉय

By सुमैया अब्देला

आला बाली Lyrics कोक स्टूडियो 9 | जबर अब्बास, निर्मल रॉय: यह गीत निर्मल रॉय, जबर अब्बास द्वारा गाया गया है, और शिराज उप्पल, स्ट्रिंग्स द्वारा रचित है।

गायक: निर्मल रॉय, जबर अब्बासी

गीतकार: शिराज उप्पल, स्ट्रिंग्स

संगीत: अनु मनु

एल्बम: कोक स्टूडियो

लंबाई: 5:50

रिलीज: 2016

म्यूज़िक लेबल: कोक स्टूडियो

Ala Baali Lyrics - Coke Studio 9 . का स्क्रीनशॉट

Ala Baali Lyrics - Coke Studio 9

दूर से न हो कम दिलों का राब्ता
एहसास में जो हो कोई रेहता
हैल समंदर भी अगर हो दर्मियां
मिला है मिलने का कोई रास्ता:
मा'लूम भी नहीं हो कह है ये क्या
बे-दर्द सा ये दर्द है कैसा

'अला बालिक'
'अला बालिक'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'

दिल मांगे यार नु हो रु-बा-रु
अपने दिल-दार नु हर सु
दिल मांगे यार नु हो रु-बा-रु
अपने दिल-दार नु हर सु

हर हाल ख्याल है तेरा
लगता नहीं दिल मेरा
मेरी रात का तू है सवेरा
नहीं दिन तेरे बिन मेरा

है तू खुश-बु मैं रंग तेरा
कहीं नहीं जाना:
मा'लूम भी नहीं हो की है ये क्या
बे-दर्द सा ये दर्द है कैसा

'अला बालिक'
'अला बालिक'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'

नई लंघड़ा वक्त विछोडे दा
बिन यार गुज़रा कौन करे
एक दिन होवे ते लंघ जावे बुल्लेया
सारी 'उमर गुजरा कौन करे'

एक दिन होवे ते लंघ जावे बुल्लेया
सारी 'उमर गुजरा कौन करे'

हो अखियां दी है खाता दिल को सज़ा
'उमरान दा रोग है ऐसा'
हो अखियां दी है खाता दिल को सज़ा
'उमरान दा रोग है ऐसा'

कोई राह निकलती जाए
तेरे पास बुलाये

कोई मो हमन भी मिलाये ये आस नहीं जाए
जीना तेरे बिना कभी नहीं:
यही है कहना:

मा'लूम भी नहीं हो की है ये क्या
बे-दर्द सा ये दर्द है कैसा

'अला बालिक'
'अला बालिक'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'
'आला बाली अंता कल्बी'
'आला बाली अंता हबीबी'
'अला बालिक'
'अला बालिक'
'अला बालिक'
'अला बालिक'
'अला बालिक'
'आला बाली अंता हबीबी'

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