बखेड़ा गीत - शौचालय (2017) | सुनिधि चौहान

By हेलेन जे राइट

बखेड़ा गीत 'शौचालय- एक प्रेम कथा' से, यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया है सुखविंदर सिंह और सुनिधि चौहान. श्री नारायण सिंह द्वारा निर्देशित, संगीत विक्की प्रसाद द्वारा रचित है। बखेड़ा के बोल किसके द्वारा लिखे गए हैं सिद्धार्थ - गरिमा. अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर के साथ।

गायकों: सुखविंदर सिंह व सुनिधि चौहान

गीत: सिद्धार्थ - गरिमा

रचना: विक्की प्रसाद

मूवी/एल्बम: शौचालय

लंबाई: 2:42

रिलीज: 2017

लेबल: टी-सीरीज़

बखेड़ा के बोल का स्क्रीनशॉट

बखेड़ा गीत - शौचालय

इक पल जिसके बिन चैन न आए
वो मन ही जब दिन बारिश नचाये
साइकिल के पहिए सा घूमे
ये चक्कर जो खाए झूम

प्रीत का रास्ता टेढ़ा मेधा है
जग में ना… इश्क से बड़ा बखेड़ा
जग में ना… इश्क से बड़ा बखेड़ा

ऐसा मेरे भाग का लेखा
हाथों में ना तेरी रेखा (x2)

अरे दिल फकीर ये थान लियाओ
इक्क नई झील ये मार लियाओ
खुद पर लगाये आशिक बेदा है
जग में ना… इश्क से बड़ा बखेड़ा
जग में ना… इश्क से बड़ा बखेड़ा

हम्म.. मन के हाथ ऐसी ठगी मैं
बातों में तेरी आने लगी मैं
मन के हाथों ऐसी ठगी मैं
बातों में तेरी आने लगी मैं

तेरे नाम के फंदे दार दियो
बने ख्वाब जो तोहपे वार दियो

बात जरा सी दर्द भटेरा
हाय जग में ना...
इश्क से बड़ा बखेड़ा
जग में ना...
इश्क से बड़ा बखेड़ा

गीत टॉयलेट का जुगाड़ गीत - शौचालय (2017)

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