नवीनतम गीत डांसिंग इन द सन Lyrics फिल्म थप्पड़ से, शकील आज़मी द्वारा लिखित और संगीत अनुराग सैकिया द्वारा दिया गया है। यह बॉलीवुड गीत गाया गया है शरवी यादव और संगीत प्रसन्ना सुरेश द्वारा निर्मित है।
गायक: शरवी यादव
गीत: शकील आज़मी
रचना: अनुराग सैकिया
मूवी/एल्बम: थप्पड़
लंबाई: 3:47
रिलीज: 2020
लेबल: टी-सीरीज़
डांसिंग इन द सन गीत - थप्पड़
चार आने की राते
बरहा आने का है दिन
गुलक मैं रखती हूं मैं
रखति हु मैं
सूरज मेरी आँखों में
दूबे निकले रोज़ाना
रोशन रहती हूं मैं
रहती हूँ मैं
मेरी छोटी सी दुनिया में
थोड़ी सी मैं ऐसी हूं
थोड़ी सी मैं वैसी हूं
यानी मैं अपनी ही जैसी हूं
धूप में नाचना
धूप में नाचना
लेकिन वह रोशनी है
और सूर्य उज्ज्वल है
सभी दिन
धूप में नाचना
धूप में नाचना
वह काम में चल रहा है
वह काम पर नहीं है
धूप में नाचना
मैं भी ज़ुल्फो में
मैं दुपट्टों में भी हूं
खिली हवा मुझसे
लेके अदा मुझसे
पागल धूप का
आइना रूप का
पूछे पता मुझसे
क्या है छुपा मुझसे
मेरी आँखों की गलियों में
ये जो मेरे सपने है
यहीं मेरे गहना है
जो मेरी पलकों ने
पहाने है
धूप में नाचना
धूप में नाचना
लेकिन वह रोशनी है
और सूर्य उज्ज्वल है
सभी दिन
धूप में नाचना
धूप में नाचना
वह काम में चल रहा है
वह काम पर नहीं है
धूप में नाचना
जंगलो मैं तितलियो सी
उड़ रही हूं मैं
हूं जमी पर आसमां से
जुड़ रही हूं मैं
धूप में नाचना
धूप में नाचना
लेकिन वह रोशनी है
और सूर्य उज्ज्वल है
सभी दिन
धूप में नाचना
धूप में नाचना
वह काम में चल रहा है
वह काम पर नहीं है
धूप में नाचना.