दरसल गीत - राब्ता | आतिफ असलम

By स्टेफ़नी आर हार्वे

दरसाल गीत राब्ता (2017) से गाया गया आतिफ असलम। इस बॉलीवुड गाना अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए गीतों के साथ JAM8 द्वारा रचित है।

राब्ता फिल्म में कृति सेनन, सुशांत सिंह राजपूत हैं। और दिनेश विजन द्वारा निर्देशित। राब्ता 9 जून 2017 को रिलीज हो रही है।

गायक: आतिफ असलम

गीत: अमिताभ भट्टाचार्य

रचना: जाम8

मूवी/एल्बम: राब्ता

लंबाई: 3:20

रिलीज: 2017

लेबल: टी-सीरीज़

Darasal Lyrics का स्क्रीनशॉट

Darasal Lyrics - आतिफ असलम

तुम तो दरसाल ख्वाब की बात हो
चलती मेरे ख्यालों में
तुम साथ साथ हो
मिलती है जो अचानक वो सौगत हो

तुम तो दरसाल मीठी सी प्यास हो
लगता है ये हमा के
तुम आस पास हो
थेहरा है जो लबों पे वो एहसास हो

तेरी अदा-अदाह पे मार्ता में
वफ़ा-वफ़ा सी कर्ता क्यूं
हदों से यूं गुजरा में
ज़रा ज़रा ज़रा..

तुम तो दरसल सांसों का साज़ हो
दिल में मेरे छुपा जो वही राज राज हो

कल भी मेरा तुम ही हो मेरा आज हो.. (x2)

मिमी ...
बारिश का पानी हो तुम
कागज की कशती हूं मैं
तुझमे कहीं मैं जाता हूं

हो.. मिलने हुं तुमसे आता
वापस नहीं जा पता:
थोड़ा वही मैं रह जाता हूं

हो.. तुम तो दरसाल इश्क हो, प्यार हो
आती मेरे फसानो में तुम बार बार हो

इनकार में जो छुपा है वो इकरार हो (x2)

गीत लाहौर गीत - रंजीत बावा

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