धीरे धीरे गीत जय गंगाजल से स्वर में प्रवेश मल्लिक एक शानदार गीत है। इसका संगीत बॉलीवुड गाना सलीम-सुलेमान द्वारा निर्देशित है और गीत मनोज मुंतशिर द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: प्रवेश मल्लिक
गीत: मनोज मुंतशिर
संगीत: सलीम - सुलेमान
मूवी/एल्बम: जय गंगाजल
ट्रैक की लंबाई: 2:11
रिहा: 2016
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
धीरे धीरे गीत - जय गंगाजल
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे x (2)
अंगिया पेहना दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
चुनरी ओधा दो सैय्यन धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
अंगिया पेहना दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे
चुनरी ओधा दो सैय्यन धीरे धीरे
धीरे धीरे
हमरी जवानी जैसी लैला की कहानी
न तू करो मनमानी
बंद करो खींचा तानी
जवानी, कहानी, मनमानी, खेंचा तानी
हाये चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
हये अंगिया पहनना दो सैयां धीरे धीरे
हो चुनरी ओधा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
दर्जी से रोज मोरी जंग होई जावे
आज सिले चोली कल तंग होई जावे
तांग होई जावे x (2)
अरे दादा रे
हे गदर मचा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे
गदर मचा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे
हे हमरी जवानी जैसे लैला की कहानी
न तू करो मनमानी
बंद करो खींचा तानी
जवानी, कहानी, मनमानी, खेंचा तानी
ऐ चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
हाये चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
हये अंगिया पहनना दो सैयां धीरे धीरे
हो चुनरी ओधा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
जोबन चिरैया सुन कुहू कुहू बोले
बिन तोरे पिंजरा पिया को ना खोले
पिया को ना खोल x (2)
ऐ चिमनी
हाय चिमनी बुझा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे
हाय चिमनी बुझा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे
हमरी जवानी जैसी लैला की कहानी
न तू करो मनमानी
बंद करो खींचा तानी
जवानी, कहानी, मनमानी, खेंचा तानी
हाये चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
हाये चटनी चटा दो सैय्यन धीरे धीरे
हो अंगिया पहनना दो सैयां धीरे धीरे
हो चुनरी ओधा दो सैयां धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे
धीरे धीरे धीरे धीरे