धीरे धीरे से Lyrics - Mohit Chauhan

By रिचर्ड आर. सैक्सटन

धीरे धीरे से गीत गन्स ऑफ बनारस से नवीनतम हिंदी है बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया मोहित चौहान, पावनी पांडे करण नाथ, नथालिया की विशेषता। नए गाने का संगीत सोहेल सेन ने दिया है जबकि गीत समीर अंजान ने लिखे हैं और वीडियो शेखर सूरी द्वारा निर्देशित है।

गायक:  मोहित चौहान, पावनी पांडे

गीत: सोहेल सेन

रचना: सोहेल सेन

मूवी/एल्बम: बनारसी की बंदूकें

लंबाई: 3: 2

रिलीज: 2020

लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

धीरे धीरे से Lyrics - Mohit Chauhan

सांसे चलती रुक रुक के
पलकें पूछे झुक झुक के
दिल क्यों धड़के धक धक से
क्यूं ऐसा होता, क्यूं है ये

सांसे चलती रुक रुक के
पलकें पूछे झुक झुक के
दिल क्यों धड़के धक धक से
क्यूं ऐसा होता, क्यूं है ये

धीरे-धीरे जो तुझपे छाया है
ये असर है मेरे इश्क का

सांसे चलती रुक रुक के
पलकें पूछे झुक झुक के

हो धीरे धीरे जो तुझपे छाया है
ये असर है मेरे इश्क का

सांसे चलती रुक रुक के
पलकें पूछे झुक झुक के

खो गए एक दूसरे में
याद अब तो नहीं कुछ रहा
आ गए हम किस जहां में
ये हमें भी नहीं है पता

हां तुझसे जुदा सपनों का कारवां
तुझमें ही बसने लगी मेरी जान
कोई कशिश तेरे मेरे दरमियाँ
छूने लगी इतनी भी दूरियां

कह रहे लब मेरे प्यासे
आ लबों से लबों को मिला
खो गए इक दूसरे में
याद अब तो कुछ नहीं रहा

[अंग्रेजी स्वर]

सांसे चलती रुक रुक के
पलकें पूछे झुक झुक के
दिल क्यों धड़के धक धक से
क्यूं ऐसा होता, क्यूं है ये

गीत बैंड बजेगा गीत

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