धूम धड़क गीत - सुखविंदर सिंह | गुंजन सक्सेना

By टर्फा सोलतानी

धूम धड़क गीत गुंजन सक्सेना से एकदम नया है बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया सुखविंदर सिंह. धूम धड़क गाने के बोल कौसर मुनीर ने लिखे हैं जबकि इसका संगीत अमित त्रिवेदी ने दिया है।

गायक: रेखा भारद्वाज

गीत: कौसर मुनीर

रचना: अमित त्रिवेदी

मूवी/एल्बम: गुंजन सक्सेना

लंबाई: 3:13

रिलीज: 2020

लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

धूम धड़क के बोल का स्क्रीनशॉट

धूम धड़क के बोल - गुंजन सक्सेना

हो मुंडो दाल के डाक
हो मुंडेओ करके धमाका
ओए बंधन के ले जाएंगे
कितने अहंकार कटा

हो मुंडो भीदा न टंका
हो तेरा रब ही रख:
हो लंग के ले जाएगी
फिटे मुंह माझो घाट
फर्राटा

धूम धड़क कुड़ी पटाखा
धूम धड़क कुड़ी पटाखा
अरे ले गई दिल पे दाल के डाक
धूम धड़क कुड़ी पटाखा ओये

चाहे जीते भी पर्वत हीले
चाहे कितने भी अंबर गिरे
किस्मत की करनी से कुड़ियां
ना डरिन डरिन

कुड़ी युग युग से बिन कहो
कुड़ी जगमग जादू करे
कल की नसलों आज ही भुगतान
करें करें

हो इंडिया बंटो पिन्निया
किसी से कम नहीं कुड़ियां
हो शान से फेहरयेंगी
ये झंडा थवड्डा

हो इंडिया बंटो रेवड़ियां
जलाओ जी फूलझड़ियां
हो शान से लहरी
जग में तिरनागा सदा
फर्राटा

धूम धड़क कुड़ी पटाखा
धूम धड़क कुड़ी पटाखा होए
लाई गई दिल पे दाल के डाक हाय
हो लाई गई दिल पे दाल के डाक हो
फर्राटा

धूम धड़क कुड़ी पटाखा हो
धूम धड़क कुड़ी पटाखा होए
ओये ले गई दिल पे दाल के डाक
ओए दाल के डाक
धूम धड़क धड़क पटाखा
फर्राटा।

गीत डोरी टूट गैयान गीत

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