डोर लिरिक्स (72 घंटे) - शान

By ईशा स्वामी

पेश है डोर लिरिक्स बॉलीवुड फिल्म '72 ऑवर्स: शहीद हू नेवर डाइड' के स्वर में शान। इस बॉलीवुड गाना संगीत सुंजॉय बोस द्वारा रचित है, और गीत सीमा सैनी द्वारा लिखे गए हैं। अविनाश ध्यानी, मुकेश तिवारी, वीरेंद्र सक्सेना, अलका अमीन और शिशिर शर्मा अभिनीत, टी-सीरीज़ द्वारा वर्ष 2019 में रिलीज़ किया गया। सभी नवीनतम और पुराने हिंदी सैड गीतों का आनंद केवल लिरिक्स लॉबी पर लें।

गायक: शान

गीत: सीमा सैनी

रचना: सनजॉय बोस

मूवी/एल्बम: 72Hours

लंबाई: 4:23

रिलीज: 2019

लेबल: टी-सीरीज़

डोर लिरिक्स का स्क्रीनशॉट

डोर लिरिक्स (72 घंटे) - शान

खली हाथ है मेरे
और है चांद लकेरे
किसने लिखी मुझे बता दे तकदीरे

दरवाजा, मैं खुद से हुआ दूर
धुंधला सा राष्ट्र
दूर है मिलों की सपनों से

क्यूँ आँखों में चल रहा हूँ
है कोई ख्वाब सा
कटरा कटरा बिखरा पालकन से

सन्नतों में भी शूर है
चिख्ता रहा हर एक पहाड़ी
जितजी मैं यूं मार्ता रहा:
खामोशी से शामो सहरो

दरवाजा, मैं खुद से हुआ दूर
धुंधला सा राष्ट्र
दूर है मिलों की सपनों से
क्यूँ आँखों में चल रहा हूँ
है कोई ख्वाब सा
कटरा कटरा बिखरा पालकन से

दरवाजा, मैं खुद से हुआ दूर
धुंधला सा राष्ट्र
दूर है मिलों की सपनों से
क्यूँ आँखों में चल रहा हूँ
है कोई ख्वाब सा
कटरा कटरा बिखरा पालकन से

जिंदा है जो मुझमे
मेरी चंद उम्मेदे
थामे हाथ तू मेरा

ले चल मुझे दूर
रूह कहती है मुझसे
होन डे लक्लीफे
आँखों से उतरे बंद चले

चल गिरके भी तू संभल
अंधेरो से तू निकला
जाना है तुझे, तू चलदे
तू चलदे द्वार..,
तू चलदे द्वार..,

गीत तुम बेपनाह Lyrics

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