दोस्त बनके गीत - राहत फ़तेह अली खान, गुरनज़र | 2024

By सरकारी खाता

दोस्त बनके गीत: बिल्कुल नया प्रस्तुत करना बॉलीवुड गाना 'दोस्त बनके', द्वारा गाया गया राहत फ़तेह अली खान और गुरनज़र. संगीत गौरव देव और कार्तिक देव द्वारा बनाया गया था जबकि दोस्त बनके गीत लिखे गए थे गुरनाज़री. इस गाने का निर्देशन किया है अभयनूर सिंह.

गाने की विशेषताएं गुरनज़र, प्रियंका चाहर चौधरी, और अकैशा वत्स.

गायक: राहत फ़तेह अली खान और गुरनज़र

गीत: गुरनाज़री

रचना: गौरव देव और कार्तिक देव

मूवी/एल्बम: -

लंबाई: 5:17

रिलीज: 2024

लेबल: गुरनजर चट्ठा

दोस्त बनके गीत का स्क्रीनशॉट

दोस्त बनके गीत - राहत फ़तेह अली खान

जिस चीज़ से दर्द मिले
क्यों बार-बार करता है
वाहि सजना

जिस चीज़ से दर्द मिले
क्यों बार-बार करता है
वाहि सजना

थोड़ा ता ख्याल कर
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

अधूरे वादों को
अंजाम नहीं देता
रिश्ता तो रखता है
पर नाम नहीं देता

अधूरे वादों को
अंजाम नहीं देता
रिश्ता तो रखता है
पर नाम नहीं देता

पिंजरे में बैंड
पंछी की तरह रखा है
उड़ने को खुला आसमान नहीं देता

हो..अस्सी तेरे बिन कोई तककेया नहीं
तू मेरे मुहरे तक्के चेहरे कई सजना
अस्सी तेरे बिन कोई तककेया नहीं
तू मेरे मुहरे तक्के चेहरे कई सजना

थोड़ा ता ख्याल कर
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

दर्द तां दिंदाए यार मेरा
आराम नहीं दिंदा
अपना नाम दे पीछे वाला
नाम नहीं दिंदा

हाए दर्द तां दिंदाए यार मेरा
आराम नहीं दिंदा
अपना नाम दे पीछे वाला
नाम नहीं दिंदा

आप पता नहीं किह्नु किह्नु
किथे किथे मिल्डे
अस्सी जे होवे मिलना
सानू जान नहीं दिंदा

ओह साड्डा ओहदे कोल
कुछ लुकेया नहीं
ओहने साड्डे टन लुकोये
राज़ कई सजना

थोड़ा तां ख्याल कर
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना
साड्डा दिल लोहे दा ता नहीं सजना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

बहते हैं ना बहते हैं ना
आंसू मेरे बहते हैं ना
जब वो हमसे कहते हैं ना
दोस्त बनके रहते हैं ना

पेश है एक और हिंदी गाना तू मिल गया गीत - श्रीकांत (2024) | जुबिन नौटियाल

एक टिप्पणी छोड़ दो