गुलाबो गीत शाहिद कपूर और आलिया भट्ट अभिनीत शानदार से। गाना गाया है विशाल ददलानी और अनुषा मणि, अमित त्रिवेदी द्वारा रचित है जबकि गुलाबो गीत अन्विता दत्त द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: विशाल डडलानी और अनुषा मानिक
गीत: अन्विता दत्त
रचना: अमित त्रिवेदी
मूवी/एल्बम: शानदार
लंबाई: 4:59
रिलीज: 2015
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
गुलाबो गीत - शानदार
अरे सूरमा लगा के
लातें उलझा के
हाथ जिया पे माल-माल
तेरे छज्जे के नीचे खड़े हैं
फंस गए जैसे डाल-डाल
तेरे छज्जे के नीचे ही खड़े हैं
फंस गए जैसे डाल-डाल
गुलाबो..जरा इत्र गिरा दो
गुलाबो..जरा इत्र गिरा दो
अरे, नैनो का निशाना मुझ पर लगा के
गोली चलाय धायिन
झूठा फसाना मुझको सुना के
जाल बिछाया क्यों? क्यों?
झूठा फसाना मुझको सुना के
जाल बिछाया क्यों? क्यों?
गुलाबो..जरा इत्र गिरा दो
गुलाबो..जरा इत्र गिरा दो
तौबा तौबा तू तो मीठा सा मुरब्बा
तौबा तौबा तू तो शेहद का डब्बा
भेन की टक्की ओए
वाह बहुत भाग्यशाली ओये
सब की दैन और तू बोले धब्बा
कॉकटेल मेनू में बस तेरा नाम - बार में
पोस्टर छप गए निकले-इश्तेहार
अबकी बार-ओए
तेरी सरकार – ओये
चिपक चिपक आपको कार में पूह चूमने देता है
ओए….
चल नवाबी, हाल शराबी
थुट्ट नशे में, चूर चूर यूं ही
होंथ लग जा, घट से पी लूं हां..
ओये पटाखा, कर धमाका
बेख़बर यूं घूम घूम रही
मेरे संग तू जल जरा सी हां
गुलाबो... ज़रा गंध फैला दो
गुलाबो..जरा गंध फैला दो
सूरमा लगा के
लातें उलझा के
हाथ जिया पे माल-माल
तेरे छज्जे के नीचे ही खड़े हैं
फंस गए जैसे डाल-डाल
ओ तेरे छज्जे के नीचे ही खड़े हैं
फंस गए जैसे डाल-डाल
गुलाबो..जरा गंध फैला दो (ओये...)
गुलाबो..जरा गंध फैला दो (ओये...)