Halka Halka Lyrics - राहत फ़तेह अली ख़ान

By रचनजोत सेहरावती

हल्का हल्का गीत राहत फ़तेह अली गीत से हिंदी गाने (2017) राहत फ़तेह अली खान द्वारा गाया गया। इस गाने को प्रदीप सरकार ने कंपोज किया है और इसके बोल रश्मी विराग ने लिखे हैं।

गायक: राहत फ़तेह अली

गीत: रश्मि विराग

रचना: प्रदीप सरकार

मूवी/एल्बम: मेरी प्यारी बिंदू

लंबाई: 5:42

रिलीज: 2016

लेबल: टी-सीरीज़

हल्का हल्का गीत का स्क्रीनशॉट

Halka Halka Lyrics - राहत फ़तेह अली ख़ान

ये जो हल्का हल्का सुरूर है
तेरे इश्क का हाय फितूर है
मैंने जो लिखा था मिटा दिया
और तुझको अपना खुदा किया

ये जो हल्का हल्का सरूर है
तूने कुछ किया तो जरूर है
जिस दिन से तू है दिखा किया
मैंने सांस लेना भुला दिया

जिसमें से रूह का इक सफर हो तुम
आखिरी सांसों में इक उमर हो तुम
दुनिया की भेड़ में
मुझको बस तू दिखे
क्या मैं तुमको दिखूं कहो ना तुम

ये जो हल्का हल्का सुरूर है
कुछ इश्क सा तो जरूर है
मैंने जगना सोना भुला दिया
मुझे क्या से क्या बना दिया

तू मेरे खून में बह रहा है कहीं
तू मेरे ख्वाब में जग रहा है कहीं

मेरी हर बात में बस तेरा ज़िक्र है
कुछ मेरे बारे में कहो ना तुम

ये जो हल्का हल्का सुरूर है
तेरे इश्क का हाय फितूर है

मैंने जो लिखा था मिटा दिया
और तुझको अपना खुदा किया

किसी ने ना किया है जैसा इश्क तेरा मेरा
मैं दौड़ता आता हूं कोई नाम ले जो तेरा

किसी ने ना किया है जैसा इश्क तेरा मेरा
मेरे गमों की रात का तू उजला सवेरा (x2)

रहने दो ना नशे में
तुम फेरो ना नज़र
हल्का सा ही आया है
अभी चाहत का असर

(किसी ने ना किया है जैसा इश्क तेरा मेरा
मैं दौड़ता आता हूं कोई नाम ले जो तेरा
किसी ने ना किया है जैसा इश्क तेरा मेरा
मेरे गमों की रात का तू उजला सवेरा)

ये जो हल्का हल्का सुरूर है
तूने कुछ किया तो जरूर है
ये जो हल्का हल्का सुरूर है...

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