हसीना तू कमी में Lyrics सुखद अंत से: यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है सिद्धार्थ बसरुर, राहुल पांडे और श्रुति पाठक अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए गीतों के साथ सचिन-जिगर द्वारा रचित।
गायक: सिद्धार्थ बसरूर, राहुल पांडे और श्रुति पाठक
गीत: अमिताभ भट्टाचार्य
रचना: सचिन-जिगरी
मूवी/एल्बम: सुखद अंत
लंबाई: 2:10
रिलीज: 2014
लेबल: इरोज नाउ म्यूजिक
हसीना तू कमी में Lyrics - Happy Ending
हसीना तू कमीना में
हसीना तू कमीना में
है मौसम तू महीना मैं
हसीना तू कमीना मैं (x2)
देखूं मैं किधर हर इक मोड़ पर
नज़र आये क़ीमती नगीना
एक पे मगर ठहरता किधर
तू ऐसा कैसानोवा कमीना
ओ इतना बुरा भी नहीं है कमीना
अगर पहचान ले जो तू
हसीना तू कमीना मैं
हसीना तू कमीना मैं
है मौसम तू महीना मैं
हसीना तू कमीना मैं (x2)
ओ.. मनमानिया
ओ.. बेईमानिया
तेरी खता है, हसीनों को पता है
नहीं बूझते हो? नहीं बूझते हो?
फिर भी दिल अपना दीवानों से उलझना
हसीनों की अदा है
मुझे भी पता है
नहीं बूझते हो? नहीं बूझते हो?
जब भी हां तू, तभी ना मैं
जब भी हां तू, तभी ना मैं
कमीना तू हसीना मैं
कमीना तू हसीना मैं
हाँ..नज़दिकियाँ
हाँ..बदमाशियां
जो सोचे दिल तेरा, नहीं हो पाएगा
नहीं बूझते हो? नहीं बूझते हो?
जो.. तारीफ़ में
करो..बातें करुं
भला सा दिल तेरा
पिघल ही जाएगा
नहीं बूझते हो? नहीं बूझते हो?
हसीना तू कमीना में
हसीना तू कमीना में
है मौसम तू महीना मैं
हसीना तू कमीना में
देखु मैं किधर हर इक मोड़ पर
नज़र आये क़ीमती नगीना
एक पे मगर ठहरता किधर
तू ऐसा कैसानोवा कमीना
ओ इतना बुरा भी नहीं है कमीना
अगर पहचान ले जो तू
हसीना तू कमीना मैं
हसीना तू कमीना मैं
है मौसम तू महीना मैं
हसीना तू कमीना मैं (x2)