हीला गीत: गाया है सुरजीत खान एक पंजाबी गाना लोक गीत अतुल शर्मा द्वारा रचित। हीला गाने के बोल शमशेर संधू ने लिखे हैं।
गायक: सुरजीत खान
गीत: अतुल शर्मा
रचना: शमशेर संधू
मूवी/एल्बम:
लंबाई: 4:01
रिलीज: 2016
लेबल: हेडलाइनर रिकॉर्ड्स
हीला गीत - सुरजीत खान
ज्योंदे जी हर बंदा इथे
सौ सौ करदा हीला (x2)
धरती ओट्टे ..
धरती ओट्टे कोई वी पत्ता कढ़ ना
सकाया कीला हनियां
कढ़ न सका कीला बैलिय्यो
(कढ़ न सका कीला आ..)
जिंदगी दे सागर विच सारे
लूं वंगरा खुर गे
सामेन नु जेहदे बन डिंडे सी
वारी-वारी तूर गए,
(वारी वारी तूर गए)…
यमला भवन मनक जा फिर, हाय...
यमला भवन मननक जा फिर बिंद्राखिया चमकीला
धरती ओट्टे ..
धरती ओट्टे कोई वी पत्ता कढ़ ना
सकाया कीला हनियां
कढ़ न सका कीला बैलिय्यो
(कढ़ न सका कीला आ..)
आह वि मेरा ओह वि मेरा
लखन खेड़े खेड़ानी
मौत है हसदी वेखो बंदा
की की करे चाहता है
(की की करे चाहते हैं)...
महल मुन्नारे देह जंदे नेन…
महल मुन्नारे देह जंदे नेन, हो जान टिल्ला टिल्ला
वयी धरती ओट्टे..
हां धरती ओट्टे कोई वी पत्ता कढ़ ना
सकाया कीला हनियां
कढ़ न सका कीला बैलिय्यो
(कढ़ न सका कीला आ..)
हो टिक के बहन ना देंदी संधू
तैनू बल्ले बल्ले
जिन मर्जी यार बनाले
(जाना इकाले इकाले)...