इत्तेफाकन वैलेंटाइन वाल्ट्ज लिरिक्स - वेडिंग एनिवर्सरी

By हिबा बाहरी

इत्तेफाकन वैलेंटाइन वाल्ट्ज लिरिक्स वेडिंग एनिवर्सरी (हिंदी) (2017) से। इत्तेफाकान ने गाया अभिषेक रे, और अमिका शैल। इस बॉलीवुड गाना मानवेंद्र द्वारा लिखे गए गीत के साथ अभिषेक रे द्वारा रचित है। वेडिंग एनिवर्सरी (2017) फिल्म में नाना पाटेकर, माही गिल और गाने 2017 में रिलीज़ हुए थे। संगीत ज़ी म्यूजिक कंपनी के तहत रिलीज़ किया गया है।

कलाकारअभिषेक राय और भूमि त्रिवेदी

गीत: मानवेंद्र

बना: अभिषेक राय

मूवी/एल्बमशादी की सालगिरह

लंबाई: 3: 58

रिहा: 2018

लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

इत्तेफाकन वैलेंटाइन वाल्ट्ज लिरिक्स का स्क्रीनशॉट

इत्तेफाकन वैलेंटाइन वाल्ट्ज लिरिक्स - वेडिंग एनिवर्सरी

इत्तेफाकान इत्तेफाकान
लम्हे ये लम्हे दो लम्हे
आ गिरी
अक्सर फलक से दो लम्हे आ गिरे
इत्तेफाकान जो मिले हैं हम यहां
इत्तेफाकान ही मिले हैं दो जहां

झीने जीने पल में खोई
खोई सी हंसी रात है
झिलमिल पालकें
जागी जाएगी धड़कन साथ है
हर ख्वाहिशें फरमाशीं
ये मद भारी आनाशीं
इस पल की हमसे है इतनी इल्तेज़ा
बह जाए हो जाए खो जाए बेनीशान

इत्तेफाकान हम हुए हैं आसन
इत्तेफाकन वक्त भी है मेहरबान

लम्हे ये लम्हे दो लम्हे
आ गिरी
अक्सर फलक से दो लम्हे आ गिरे

धीरे-धीरे लबों की लर्जिशें संभल जाएंगी
होली होल दिल की सिलवातीन भी खुल जाएगी
घुल जाने दो मिल जाने दो
ये रंग ए इश्क खिल जाने दो
बहका बहका महका है समा
हल्का हल्का हल्का है छाया नशा

इत्तेफाकान हो गए तुम रहनुमा
इत्तेफाकान बन गई ये दास्तान

लम्हे ये लम्हे दो लम्हे
आ गिरी
अक्सर फलक से दो लम्हे आ गिरे

इत्तेफाकान जो मिले हैं हम यहां
इत्तेफाकान ही मिले हैं दो जहां।

गीत ढिंचैक बना दू तुझको माई गीत - शादी की सालगिरह

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