जनहित में जारी Lyrics by नकाश अज़ीज़ फ़ुट रफ़्तार मूवी जनहित में जारी से एकदम नया टाइटल ट्रैक है। जनहित में जरी शीर्षक गीत के बोल राज शांडिल्य द्वारा लिखे गए हैं। संगीत प्रिनी सिद्धांत माधव ने दिया है। वीडियो का निर्देशन जय बसंतू सिंह ने किया है।
इस नवीनतम बॉलीवुड गाना अनुद सिंह, नुसरत भरूचा की विशेषता है
गायक: नक्श अज़ीज़, ऑनलाइन
गीत: राज शांडिल्य
रचना: प्रिनी सिद्धांत माधवी
मूवी/एल्बम: जनहित में जारी
लंबाई: 3:10
रिलीज: 2022
लेबल: हिट्ज संगीत
जनहित में जारी Lyrics - रफ़्तार
आई ओह..
सभी देवियों वहाँ से बाहर
यह आपके लिए आप
फॉर ऑल माई वूमेनिया
हे जानेमे सब से जन्मी
दुनिया ये सारी है
अब ना चलेगी लॉन्डन ने जो
की होशियारी है
अगदम बगदाम बहुत हुआ
कर ली नारी ने तैय्यारी है
इसे हल्के में लेने वाले सुन लो
सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो
सब पे एक वोमनिया भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
अरे भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
सब पे भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
अरे एक वोमनिया
ये सुचना जनहित में
सब पे एक वोमनिया भारी है
अरे एक वोमनिया
भारी है
सबरा अब बहुत हो गया
किटनों का आप खो गया
जो भी हो गया हो गया
अब ना ज़ुल्म हम होंगे देंगे
एक नया देश बनेगा
स्वच्छ प्रवेश बनेगा
अपनी माता बहन की
इज्जत अब ना खोने देंगे
सृजन हुआ नारी से सबका
रूप बड़ा विकाराल है इस्का
काली दुर्गा सरस्वती
सब नारी है करे ध्यान तू जिस्का
नारी शब्द बड़ा उत्तम है
नारी प्रतिष्ठा सर्वोत्तम है
फिर क्यूं कालिक लगा रहा है
नारी को क्यूं सत रहा है
जिस घर में नारी ना पुजते
उस घर में दानव है रहते
पुरुषो में सर्वोत्तम वो है
मर्यादा पुरुषोत्तम जो है
बहन से राखी है मां से है छाया
बीवी से है घर और बेटी से माया
इनसे ही तो तू है वजूद में आया
बस इतनी सी बात तू ही समाज न पाया
करण जन्म का नारी है
कहीं अंत का ना हो घब्रता हूं
फिर से कहीं हुई बात में सुन लो
एक दफे दोहराता हूं
हे जानेमे सब से जन्मी
दुनिया ये सारी है
अब ना चलेगी लॉन्डन ने जो
की होशियारी है
अरे अगदम बगदाम बहुत हुआ
कर ली नारी ने तैय्यारी है
इसे हल्के में लेने वाले सुन लो
सुनो सुनो सुनो सुनो सुनो
सब पे एक वोमनिया भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
अरे भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
सब पे भारी है
ये सुचना जनहित में जारी है
अरे एक वोमनिया
ये सुचना जनहित में
सब पे एक वोमनिया भारी है
अरे एक वोमनिया
भारी है भारी है भारी है