लाल रंग की पेटी Lyrics लूटकेस से नवीनतम हिंदी है बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया विवेक हरिहरनी संगीत भी अमर मंगरुलकर ने दिया है। लाल रंग की पेटी गाने के बोल कपिल सावंत ने लिखे हैं।
गायक: विवेक हरिहरनी
गीत: कपिल सावंत
रचना: अमर मंगरूलकर
मूवी/एल्बम: लूटपाट
लंबाई: 1:53
रिलीज: 2020
लेबल: सारेगामा संगीत
लाल रंग की पेटी (लाल रंग की पेटी) Lyrics - Lootcase
कौन कौन से
रंग दिखाये
लाल रंग की पेटी
कौन कौन से
रंग दिखाये
ये लाल रंग की पेटी
बैठे बैठे
मेरे सामने
ऐश की गुल्लक फूटी
हूऊ... हंसने लगी है किस्मत साली
जो थी अबतक रूठी रूठी
हू… सच्ची लगने लगी है सारी
बातें झूठी झूठी
सच तो लगे हैं रे कड़वा
और झूठ टूटी फ्रूटी
कौन कौन से
रंग दिखाये
ये लाल रंग की पेटी
भविष्य था मेरा काला
तूने किया उजाला रे ईई...
भर दिया ख्वाहिशों से
ये आसमां नीला रे ईई...
बिन पिये मैं झूमो
जैसी एक शराबी
बेरंगी थी जिंदगी
हो गई हैं अब वो गुलाबी...गुलाबी...गुलाबी...
हू... जुड़ने लगी हैं उम्मीदें
जो थी अबतक टूटी टूटी
हूऊ... बसने लगी है मेरे दिल में
यादें मीठी मीठी
सच तो लगे हैं रे कड़वा
और झूठ टूटी फ्रूटी
ब्लैक एंड व्हाइट लाइफ थी मेरी
तूने रंगीन कर दी रे ईई...
जिंदगी की गाड़ी मेरी
पत्री पे फिर से चल दी रे ईई...
चल दी रे
चल दी रे
चल दी री ईई
होगी हवाई हवाई
बातें सारी किताबी
शान मेरी, जरा देखो
हो गई हैं अब वो नवाबी...नवाबी...नवाबी
ख़ुशियों का एक सम्मान
जिसकी लहरें मुझे छूटीं
मुझे छूटी
बेवजा दिल गए गाने
मान मारे सीटी
सच तो लगे हैं रे कड़वा
और झूठ टूटी फ्रूटी
कौन कौन से
रंग दिखाये
ये लाल रंग की पेटी