मजबूरियाँ गीत: पेश पंजाबी गीत मनकीरत औलख की आवाज में 'मजबूरियां'. गाने के बोल लैली मुंडी ने लिखे हैं और संगीत दीप जंडू ने दिया है। इसे 2018 में रॉयल म्यूजिक गैंग द्वारा रिलीज़ किया गया था।
गायक: मनकीरत औलखी
गीत: लल्ली मुंडी
रचना: दीप जंदु
मूवी/एल्बम: -
लंबाई: 3:36
रिलीज: 2018
लेबल: रॉयल म्यूजिक गैंग
मजबूरियाँ गीत - मनकीरत औलख
मैनु चढ़तां तू बिना गैल टन
जिहदे पीछे लग के नी
सात सालां नू हो
सात दिनन विच हाय
क्यों मिट्टी कर गई नी
तू मिट्टी कर गई नी
ना रब तैनु माफ करु
तू पछताउना आ
वापस तू होना, नी मैं ना होना
फेर तू रोना आ
दगा मेरे नाल तू करेगी नी
तू मार्गी नी
मेरे लाई मार्गी नी (x2)
तू मार्गी नी
तू मार्गी नी
प्यार वाला दिल पेशाब
पत्थर बन गया वे
साँह खड़ा जांदा
जदों याद तेरी आ जावे (x2)
कई बार समा ऐसा
चक्कर चला जावे
राख हुंदे सुपने
इश्क़ मचा जावे
मैं वी ता फना हो गई
मजबूरियाँ हाय मजबूरियाँ
मजबूरियाँ हाय मजबूरियाँ
मजबूरियाँ, मजबूरियाँ
जिंद जान टन तेरा वध मैं कित्ता
दस्स की कमी मैं राखी सी
नी दास की कमी मैं राखी सी
घुट जहर दा मैनु पीना पै गया हो
रहगी मौत नाल पौनी झप्पी सी
नी रहेगी मौत नाल पौनी झप्पी सी
पलकां ते रहन वाले
पलकें ही फूंक गए
विश्वास सी पक्का
तू मेरे लेई मक्का
क्यों कर गई दग्गा
दगा मेरे नाल तू करेगी नी
तू मार्गी नी
मेरे लाई मार्गी नी (x2)
धुआँ बन बन प्यार उड़ गया
लल्ली नू रख बना के
आखिरी कम्म एक कर दे ओह सजना
मैनु ले जा कुज्जे विच पाके (x2)
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