मन का मिर्गा गीत फिल्म "बॉलीवुड डायरीज" से यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया जावेद बशीर, ज्योति नूरान, सुल्ताना नूरान और संगीत विपिन पटवा द्वारा निर्देशित और विपिन पटवा द्वारा रचित और डॉ सागर द्वारा लिखे गए गीत हैं
गायक: जावेद बशीर, ज्योति नूरान, सुल्ताना नूरानी
गीत: डॉ सागर
संगीत: विपिन पटवा
मूवी/एल्बम: बॉलीवुड डायरी
ट्रैक की लंबाई: 3:25
रिहा: 2016
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
मन का मिर्गा गीत - बॉलीवुड डायरीज
रेत के टुकड़े पानी से दिखते हैं
या नैनो के ढोके है
मंजिल भी अपना रूप बदलती है
रास्ते अजब होते हैं
कैसा सफर है ये
कुछ न नज़र आए
उल्झी पहेली है ये
कोइ तो सुलझये
हर सुबह की हर शाम भी
सिंदूरी कहा है
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा मन का मिरगा
ढूंढ रहा हूं ढूंढ रहा हूं
मन का मिरगा मन का मिरगा
ढूंढ रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा मन का मिरगा
ढूंढ रहा हूं ढूंढ रहा हूं
ज़मीन से फ़लक
तक है बहे पसंद
आज दिल भी तो सिकंदर है यह
कोई तो समझ के सच या फसाना
अब कैसा आज मंज़र है यह
कोई तो पढ़ लेता खुली ये किताबे
जो है बाहर है वही अनादर है यह
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा मन का मिरगा
ढूंढ रहा हूं ढूंढ रहा हूं
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा ढूंढ
रहा कस्तूरी कहा है
मन का मिरगा मन का मिरगा
ढूंढ रहा हूं ढूंढ रहा हूं।