इस बॉलीवुड गीत विशेषताएं दीपिका पादुकोण एक विशेष उपस्थिति में, गीत द्वारा गाया जाता है अरिजीत सिंह, तथा निकिता गांधी, प्रीतम द्वारा रचित जबकि गीत इरशाद कामिल और अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: अरिजीत सिंह, निकिता गांधी
एल्बम: राब्ता
गीतकार: इरशाद कामिल, अमिताभ भट्टाचार्य
संगीत: प्रीतम
लंबाई: 04: 57
म्यूज़िक लेबल: टी सीरीज
राब्ता (शीर्षक गीत) Lyrics
तन लड़े तो तन मुक्क जाए
रूह जुड़े तो जुडी रह जाए
तुझसे किया है दिल ने बयाना
किया निगाहों को जुबान
वादा वफ़ा का किया
तुझसे लिया है खुद को मिला
लिया दुआओं का सिलसिला
जीने का सपना लिया...
दिल के मकान में
तू महमान रहा, रहा:
आँखों की जुबानी
करे है ब्यान कहा अनकाहा…
कुछ तो है तुझसे राब्ता
कुछ तो है तुझसे राब्ता
क्यूं है ये कैसे है ये तू बता
कुछ तो है तुझसे राब्ता
हम्म.. मेहरबानी जाते जाते जाते हैं
गुजरा सा लम्हा एक दमन भर गया
तेरा नज़र मिला, रोशन सितारा मिला
तकदीर का जैसा कोई इशारा मिला
तेरा एहसान लगे है जहान में खिला
हां खेला..
सपनों में मेरे तेरा ही निशान मिला
हां मिला…
कुछ तो है तुझसे राब्ता
कुछ तो है तुझसे राब्ता
क्यूं है ये कैसे है ये तू बता
कुछ तो है तुझसे राब्ता
हद से ज्यादा मोहब्बत होती है जो
कहते हैं के इबादत होती है वो
कुसूर है या कोई ये फितूर है
क्यूं लगे सब कुछ अँधेरा है
बस ये ही नूर है (x2)
जो भी है मंजूर है..
कुछ तो है तुझसे राब्ता
कुछ तो है तुझसे राब्ता
क्यूं है ये कैसे है ये तू बता
कुछ तो है तुझसे राब्ता (x2)
ना जाने क्या पता…