साहिबा गीत - फिल्लौरी | अनुष्का शर्मा और दिलजीत दोसांझ

By किरणबीर संसनवाली

साहिबा गीत: की आवाज में एक नवीनतम गीत है Romy, तथा पवनी पांडे से  बॉलीवुड फिल्म 'फिल्लौरी'. गाने के बोल अन्विता दत्त ने दिए हैं और संगीत शाश्वत सचदेव ने दिया है। इस फिल्म का निर्देशन अंशाई लाल ने किया है. इसे टी-सीरीज़ की ओर से 2017 में रिलीज़ किया गया था।

म्यूजिक वीडियो में अनुष्का शर्मा और दिलजीत दोसांझ हैं

गायक: Romy और पवनी पाण्डेय

गीत: अन्विता दत्त

रचना: शाश्वत सचदेव

मूवी/एल्बम: फिल्लौरी

लंबाई: 5:27

विमोचन: 2017

लेबल: टी-सीरीज़

साहिबा गीत का स्क्रीनशॉट

साहिबा गीत - फिल्लौरी

तुझसे ऐसा उलझन
दिल धागा धागा खीचा...

दरगा पे जैसे हो चादरों सा बिछा
यूँही रोज़ ये उध्दा बुना
किस्सा इश्क का कई बार
हमने फिर से लिखा
साहेबा साहेबा
चल वहां जहां मिर्जा

साहिबा साहिबा
चल वहां जहां मिर्जा

खाली चिठियाँ थी
तुझे रो रो के लगा भेजजी
मोहर इश्क़ां की, इश्क़ां की हाए
कागज़ की कश्ती
मेरे दिल की थी डूबा बैठी
लहर अशक़ान की हाए

बेसुरी दिल की ये धुन
करता गले ले तू सुन्न
आई ना तो तू ही पहचाने ना
जो हूं वो माने ना
ना अजनबी तू बन अभी

हेनख है दिल में उठी
आलापों सी है बाजी
सांसों में तू मदम से रागों सा
केसर के धागों सा
यूं घुल गया मैं घूम गया

ओ दिल पे धुँदला सा
सलेटी रंग कैसा सा चढ़ा आ..

तुझसे ऐसा उलझन
दिल धागा धागा खीचा
दरगा पे जैसे हो चादरों सा बिछा
यूँही रोज़ ये उध्दा बुना
किस्सा इश्क का कई बार
हमने फिर से लिखा
साहिबान साहिबान
चल वहां जहां मिर्जा

साहिबा साहिबा
चल वहां जहां मिर्जा

ओ साहिबा..ओ साहिबा..
हिज्र की चोट है लागी रे
ऐ साहिबान..
जिगर हुआ है बाघी रे
जिद्द बेहद हुई, रत्ती है ज़ुबान

ओ तेरे बिना..

ओ तेरे बिना सांस भी
कांच सी, कांच सी, काटे, काटे रे
ओ तेरे बिना
जिंद'दी राख सी, राख सी लागे रे..

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