तेरी मासूमियत के बोल 'बेजुबान इश्क' से, यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया है अल्तमश फरीदी. स्नेहा उल्लाल, मुग्धा गोडसे और निशांत मलकानी की विशेषता। जसवंत गंगानी द्वारा निर्देशित, रूपेश वर्मा द्वारा संगीतबद्ध किया गया है। तेरी मासूमियत के बोल जशवंत गंगानी ने लिखे हैं।
गायक: अल्तमश फरीदी
गीत: जशवंत गंगानी
रचना: रुपेश वर्मा
मूवी/एल्बम: बेजुबान इश्क
लंबाई: 4:25
विमोचन: 2015
लेबल: SonyMusicIndiaVEVO
तेरी मासूमियत गीत - बेजुबान इश्क
होए रे होए रे..
तेरी मासूमियत ने हमें
बंजारा बना दिया (दो बार दोहराएं)
के मन भटके
तेरी याद बार बार
के मन भटके
तेरी याद बार बार
की तूने ऐसा क्या किया
तेरी मासूमियत ने हमें
बंजारा बना दिया (दो बार दोहराएं)
पता नहीं था
प्यार में इतना
मीठा दर्द होता है
तुमको लेके कभी कभी
दिल बच्चा बनके रोता है (एक बार दोहराएं)
तेरी पहली नज़रें हमें
खुद से जुड़ा किया
तेरी पहली नज़रें हमें
खुद से जुड़ा किया
हो मन भटकके तेरी
याद बार बार
हो मन भटके
तेरी याद बार बार
की तूने ऐसा क्या किया
तेरी मासूमियत ने हमें
बंजारा बना दिया (दो बार दोहराएं)
कैसे संभाले नादान दिल को
जो तेरे लिए धड़क उठा
न माने मैं क्या करूं
कैसे दिलासा दूं जूता (एक बार दोहराएं)
तेरी प्यारी सी मूरत को
दिल में बस लिया
तेरी प्यारी सी मूरत को
दिल में बस लिया
हो मन भटकके तेरी
याद बार बार
हो मन भटके
तेरी याद बार बार
की तूने ऐसा क्या किया
तेरी मासूमियत ने हमें
बंजारा बना दिया (दो बार दोहराएं)