उड़ना चाहे मन तितली की तरह Lyrics – कांचली: प्रस्तुत है इसके बोल बॉलीवुड गाना फिल्म कांचली का गाना "उड़ना चाहे मन तितली की तरह" गाया गया निशांत कमल व्यास. इस गाने का संगीत शिवांग उपाध्याय और निशांत कमल व्यास ने दिया है।
गायक: निशांत कमल व्यास
गीत: अंश व्यास
रचना: शिवांग उपाध्याय और निशांत कमल व्यास
मूवी/एल्बम: काँचली
लंबाई: 3:21
रिलीज: 2020
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
उड़ना चाहे मन तितली की तरह Lyrics
बाँधी निगाहे झुका के जो दूरी
वो धीमे से खुलती सी जाए
सोयी थी मन की, हां मर्जी ये अबतक
मन ये जगाए का प्रयोग करें
बाँधी निगाहे झुका के जो दूरी
वो धीमे से खुलती सी जाए
सोयी थी मन की, हां मर्जी ये अबतक
मन ये जगाए का प्रयोग करें
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
कैसी कहां से ये
रिहाई मिले दिल को
धड़कन ये क्यों मुश्काए
कैसी खुसी सी ये
भारी है जो इस मन में
होंथो से चलकी ये जाए
जाने क्यों अपना लगे है
ख्वाहिशों का ये जहां
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह
ये उड़ना चाहे,
उड़ना चाहे मन तितली की तरह