ये सच गीत शादीस्थान (2021) से। इस बॉलीवुड गाना ये सच के बोल साहिल भाटिया, नकुल शर्मा और अपूर्व डोगरा के हैं। इसे गाया गया है मनशील गुजराल, अजय जयंती और अपूर्व डोगरा. संगीत नकुल शर्मा और साहिल भाटिया ने दिया है।
गायक: मंशील गुजराली, अजय जयंती और अपूर्व डोगरा
गीत: साहिल भाटिया, नकुल शर्मा और अपूर्व डोगरा
रचना: नकुल शर्मा और साहिल भाटिया
मूवी/एल्बम: शादीस्थान
लंबाई: 4:10
रिलीज: 2021
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
ये सच गीत - शादीस्थान
बातें तेरी सुन के
क्यू हिल गया रे
थेदे तो हो जा आख़िर पास
हाँ सच तू कर ना पाये
बातें तेरी जूठी
वादें कर जाये
जिंदा है तू क्या
आंखें खोल के सच
तू तो ना पाये
वो किस्मत के खेल में
नकाब है, जो काबिल है
क्या सोच से तू आगे है
इरादा है शामिल
सच की सूरज से
अब आ तू मिल
रातें ये काली
खाली ये सनाते
खामोशी का शोर आखिर
तुझको निगल ना जाए
क्या स्टड तेरो कहानी का
नया रंग तेरी जुबानी का
जिंदा है तो उठ
ये टाइम है सच बताने का
लाख छुपाये सच नहीं छुपता
कोई इलाज नहीं इस अंधेपन का
टाइम टाइम की बात है क्या
टाइम तेरे साथ है बेटा
जूठ के जोड़ी नहीं
वो तो भक्ति आग है
जिसमें जल रह आज जय
हाँ आज है
नाग है दश जाएगा
क्या दाल-डाल में तू फंस जाएगा
मांग ले जितनी भी दुआ तू चाहे
पर तेरा भगवान तुझको सुन न पायेगा
तेरा हक तेरा साथ
ना कर तू दूजी बात
तू है सच्चा उजाला
मिटा दे जूठी रात
शमसाहा देगा खाक
तू जिंदा है या रख
वैसे तो हाँ सच ही है तेरा आज
सच ही तेरा आज
बातें तेरी सुन के
क्यू हिल गया रे
थेदे तो हो जा आख़िर पास
हाँ सच तू कर ना पाये
बातें तेरी जूठी
वादें कर जाये
जिंदा है तू क्या
आंखें खोल के सच
तू तो ना पाये
गीत