जिंदगी यूं गुजर गीत मातृ (2017)

By माज़िना नूरी

जिंदगी यूं गुजर के बोल मातृ (2017) फिल्म दिस से बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है खुर्रम इकबाल. गीत एसके खालिश द्वारा लिखे गए हैं और रवीना टंडन, अलीशा खान, मधुर मित्तल और दिव्या जगदाले द्वारा अभिनीत फुज़ोन (बैंड) द्वारा संगीतबद्ध किया गया है।

गायक: खुर्रम इकबाल

गीत: एसके खालिश

रचना: फुजोन

मूवी/एल्बम: मातर

लंबाई: 4:06

रिलीज: 2017

लेबल: टी-सीरीज़

जिंदगी यूं गुजर गीत - मातृ

जिंदगी यूं गुजर कर बैठे
जिंदगी यूं गुजर कर बैठे
बोज जैसी उतार कर बैठे
बोज जैसी उतार कर बैठे
जिंदगी यूं..

bhartlyrics.com

रास्ते हर कदम बदलते रहे
जीते चल ने के चलते रहे
रास्ते हर कदम बदलते रहे
जीते चल ने के चलते रहे
ठक गए हम तो हार कर बैठे
ठक गए हम तो हार कर बैठे
जिंदगी यूं गुजर कर बैठे

हमको रुसवैया मिली हार्डुम
सादागी अपना जुल्म था
जुल्म ये कितनी बार कर बैठी
जुल्म ये कितनी बार कर बैठी
जुल्म ये कितनी बार कर बी...

गीत ऐसी होती है माँ के बोल मातृ (2017) से

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