अब रात गुर्जने वाली है गीत - अरिजित सिंग - दोबारा

By शर्ली हॉवर्थ

अब रात गुजरने वाली है गाण्याचे बोल यांनी गायलेल्या हिंदी गाण्यातील अरिजित सिंग. या हिंदी गाणे पुनीत शर्मा यांनी लिहिलेल्या गीतांसह समीरा कोप्पीकर यांनी संगीत दिले आहे.

गायक: अरिजितसिंग

गीताचे बोल: पुनीत शर्मा

संगीत: समीरा कोप्पीकर

अल्बम/चित्रपट: दोबारा

लांबी: 2: 28

संगीत लेबल: झी म्युझिक

अब रात गाण्याच्या बोलाचा स्क्रीनशॉट

अब रात गाण्याचे बोल

चांदी की आँखें
भरी सी हैं
रात अंधेरी हरी सी है (x2)

मान भी जा तेहर जरा
सवेरा कोई दरवाजा है क्या

बस अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
बस रात गुजरने वाली है

दर्द दर्द अंधेरा जख्म सी चांदनी
गुल जायेगी, धूप में
सार हातों का घेरा
शेहर की बेरुखी खो जायगी गुंज में

परिंदों की आजाने
गुणगुणती राहा भी
कहती है आंखे चूम के

बस अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
बस रात गुजरने वाली आहे

मेरी सुनो तो आंखे चंद्रो
खुद में ही धुंदो नया एक नजरिया

खौफ में तुमने छुपा राखा है
आपल्या भीतर नूर का दरिया
बहने दो उससे वो धो देगा
दीवार जो मन की काली हैं

अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
अब रात गुजरने वाली है
बस रात गुजरने वाली है

चेकआऊट अब ना फिर से गीत

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