खुल्के जीने का बोल ‘दिल बेचारा’ या चित्रपटातील बॉलिवूड गाणे द्वारे गायले जाते अरिजित सिंग आणि शाशा तिरुपती, आणि ए आर रहमानचे संगीत आहे तर अमिताभ भट्टाचार्य यांनी दिल बेचारा साठी खुलके जीने का गीत लिहिले आहे. “खुलके जीने का” हे गाणे सुशांत सिंग राजपूत आणि संजना संघी अभिनीत “दिल बेचारा” मधील आहे.
गायक: अरिजितसिंग आणि शाशा तिरुपती
गीताचे बोल: अमिताभ भट्टाचार्य
तयार केलेले: ए.आर. रहमान
चित्रपट/अल्बम: दिल बेचरा
लांबी: 3:25
रीलिझ: 2020
लेबल: सोनी म्युझिक इंडिया
खुलके जीने का गीत – दिल बेचारा
खुलके जीने का
तारीका तुम्हीं सिखतें
हंसके देखो ना
लतीफा तुम्हीं सुनातें
उमर के साल कितने है जिन जिन के क्या करना
बीट जाये ना गिंती में ही वर्णा
आओ फिल्मों के बेदाब गाते हैं
हिरोईन हिरो आज हम तुम बन जाते हैं
खुल के जीने का
तारीका तुम्हीं सिखतें
हंसके देखो ना
लतीफा तुम्हीं सुनातें
खुशियाँ तो राखी हैं खिशात
कागज के नन्हे से पॅकेट में
इंकी बिजली की तरह क्यूँ बचत करे बताओ ना
खरच कर डालेंगे सारी आज ही आओ ना
है मेहेंगे दर्द बडे
और मुस्कान पायी हमने मुफ्त में
खुलके जीने का
तारीका तुम्हीं सिखतें
हंसके देखो ना
लतीफा तुम्हीं सुनातें
उमर के साल कितने है जिन जिन के क्या करना
बीट जाये ना गिंती में ही वर्णा
आओ फिल्मों के बेदाब गाते हैं
हिरोईन हिरो आज हम तुम बन जाते हैं
दिल की है इतनी ही नादानी
चुटकी में हो जाये रोमानी
यारी और चाहत के जो बिच की माहीन सरहद है
पार उसको कर जाना दिल की बुरी आदत है
असानी से आ जाये
दो अंजान आंखियों की गिरफ्त में
खुलके जीने का
तारीका तुम्हीं सिखतें
हंसके देखो ना
लतीफा तुम्हीं सुनातें
उमर के साल कितने है जिन जिन के क्या करना
बीट जाये ना गिंती में ही वर्णा
आओ फिल्मों के बेदाब गाते हैं
हिरोईन हिरो आज हम तुम बन जाते हैं
खुल के जीने का
तारीका तुम्हीं सिखतें
हंसके देखो ना
लतीफा तुम्हीं सुनातें