जय जवान जय किसान - 2015 मधील साज के चली है गीत

By दामिनी दामिनी चोहान

साज के चली है गाण्याचे बोल जय जवान जय किसान कडून, हे नवीनतम बॉलिवूड गाणे द्वारे गायले जाते जावेद अली आणि गिरीश सैकिया, रूपेश वर्मा यांनी दिग्दर्शित केलेले संगीत आणि गिरीश सैकिया, रूपेश वर्मा यांनी संगीत दिलेले आणि किशन पालीवाल यांनी लिहिलेले गीत.

गाणे: साज के चली है

गायक: जावेद अली

गीताचे बोल: किशन पालीवाल

संगीत: गिरीश सैकिया, रुपेश वर्मा

अल्बम/चित्रपट: जय जवान जय किसान

ट्रॅक लांबी: 4:40

सोडलेले: 2015

संगीत लेबल: झी म्युझिक कंपनी

साज के चली है गीतांचा स्क्रीनशॉट

साज के चली है गीत – जय जवान जय किसान

दुनिया में नहीं किसी देश की ऐसी है तकदीर
सब धर्मो के रंगो से बनी
भारत की तसवीर
भारत की तसवीर
भारत की तसवीर

ओओओओओओओओओओओ
आआआआआआआआ

विश्व के दिल पे राज करना
हन्न
एक नया इतिहास रचणे
विश्व के दिल पे राज करना
हन्न
एक नया इतिहास रचणे

सत्य अहिंसा प्रेम के पथ पे
हू सत्या अहिंसा प्रेम के पथ पे

देश प्रेम के गैह्नो से
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा
देश प्रेम के गैह्नो से

हू हू हू हू हू हू

एकता का संदेश लिए बाती है यमुना गंगा
बहती है यमुना गंगा बहती है यमुना गंगा

गरव से लहरता है हिमायला पे तिरंगा
तिरंगा तिरंगा तिरंगा

ताजमहाल लाल किला भारत की शान बधाये
हू प्रान्त अनेक भाषा अनेक फिर भी हम एक कहलायें
फिर भी हम एक कहलायें फिर भी हम एक कहलायें

कल के सपने सुनाहेरे
ओउओउ
कल के सपने सुनहरे आँखो में सज्जा के शान से
साज के चली है भारत मा
हुऊ
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा
देश प्रेम के गैह्नो से
साज के चली है भारत मा

हुऊ

चैनो अम्मन के फोन से महके अपना चमन
महके अपना चमन महके अपना चमन
सारे जहाँ से अच्छा है हमारा ये वतन
वतन वतन वतन
माता पिता और गुरुओं का होता है यहाँ सन्मान
हिंदू मुस्लिम शीख इसाई का ये देश महान
भारत देश महान भारत देश महान

ले के नाय उमंगे
ले के नाय उमंगे
भरके जोश दिल में शान से
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा
देश प्रेम के गैह्नो से
साज के चली है भारत मा
साज के चली है भारत मा.

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