तेरी मातीचे बोल – अक्षय कुमार अभिनीत केसरीमधून: अर्कोज ब्युटीफुल बॉलिवूड गाणे पंजाबी दिग्गज संगीत दिग्दर्शकाने ही रचना मनापासून गायली आहे बी प्राक. देशभक्तीपर गीताचे बोल मनोज मुंतशिर यांनी लिहिले आहेत.
गायक: बी प्राक
गीताचे बोल: मनोज मुंटाशीर
तयार केलेले: आर्को
चित्रपट/अल्बम: केसरी
लांबी: 4:47
रीलिझ: 2019
लेबलः झी म्युझिक कंपनी
तेरी मिट्टी गीत - बी प्राक
तलवारों पे सार वर दिए
अंगारों में जिस्म जलाया है
टॅब जाके कहें हमे सारे पे
ये केसरी रंग सजाया आहे
आये मेरी जमीन अफसोस नाही
जो तेरे लिए सौ दर्द साहे
मेहफूज रहे तेरी आन सदा
चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे
आये मेरी जमीं मेहबूब मेरी
मेरी नस नास में तेरा इश्क बहे
फीका ना पडे कधी रंग तेरा
जिस्मों से निकल के खून काहे
तेरी मिट्टी में मिल जवान
गुल बनके में खिल जवान
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदीओं में बे जवान
तेरे खेतों में लेहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरजू
वो ओ…
सरसों से भरे खलिहान मात्र
जहाँ झूम के भांगडा पा ना शक
आबाद रहे वो गाव मेरा
जहाँ लौट के वापास जाऊ न शक
हो वाटना वे, फक्त वाटना वे
तेरा मेरा प्यार निराला था
कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे
मैं कितना नसीबों वाला था
तेरी मिट्टी में मिल जवान
गुल बनके में खिल जवान
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदीओं में बे जवान
तेरे खेतों में लेहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरजू
केसरी
ओ हीर मेरी तू हंसती रहे
तेरी आंख घडी भर नाम ना हो
मैं मारता था जिस मुखडे पे
कभी उसका उजाला काम ना हो
ओ माई मेरी क्या फिकर तुझे
क्यूँ आँख से दरिया बेहता है
तू कहती थी तेरा चांद हूं मैं
और चांद हमेशा रहता है
तेरी मिट्टी में मिल जवान
गुल बनके में खिल जवान
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदीओं में बे जवान
तेरी फसलों में लेहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरजू
केसरी