तुम्हे अपना बनाना का जुनून गीत आरोग्यापासून द्वेष कथा 3 (2015) यांनी गायले आहे अरमान मलिक, नीती मोहन. हे गाणे अमल मल्लिकने रश्मी विरागने लिहिलेले आहे.
गायक: अरमान मलिक, नीती मोहन
संगीत: अमल मल्लिक
गीताचे बोल: रश्मी विराग
लांबी: 2:59
संगीत लेबल: टी-मालिका
तुम्हे अपना बनाना का जुनून गीत
तुम्हे आपले केले का जुनून
सार पे है, कब से है
मुझे आदत बना लो एक बुरी
कहना ये तुमसे है
तुम्हे आपले केले का जुनून
सार पे है, कब से है
सार पे है, कब से है
जिस्म के समंदर में
इक लहर जो तिथे आहे
उसमे थोडी हरकत होना दो
हो शायरी सुनाती डाव
डोह नशीली आंखों को
मुझे पास आके पडने दो
इश्क की ख्वाहिशों में
भीगलो बारिशों में आओ ना..
तुम्हे प्यार ना खोने का जुनून
सार पे है, कब से है
मुझे नजरों में राख लो कही
कहना ये तुमसे है
तुम्हे आपले केले का जुनून
सार पे है, कब से है
सार पे है, कब से है
मी रोकना नाही मला
Zid पे आ गई मैं मैं
कादर दीवानापण चढा आहे
देखो ना यहाँ आके
मेरा हाल कैसा है
तूटके अभी तक ना जुडा
अब संभालना नाही
जो भी है वो सही है आओ ना..
तुम्हे खुद से मिलने का जुनून
सर पे है, कब से है
मुझे रहना दे अपना पास हाय
कहना ये तुमसे है
तुम्हे आपले केले का जुनून
सर पे है, कब से है
सर पे है, कब से है