आरती गीत - भुज | सोनाक्षी | शंकर महादेवन, प्रिया मलिक

By स्टेफनी आर हार्वे

आरती गीत बुझ: द प्राइड अफ इन्डियामा अजय देवगन, सोनाक्षी सिंहा, सञ्जय दत्त र प्रणिता सुभाषले अभिनय गरेका छन्। यो बलिउड गीत द्वारा गाएको शंकर महादेवन, प्रिया मलिक आरतीका शब्द अभिलाषले दिएका छन् भने संगीत अमर मोहिलेले दिएका छन् ।

गायक: शंकर महादेवन, प्रिया मलिक

गीत: अभिलाष

रचना गरिएको: अमर मोहिले

चलचित्र/एल्बम: भुज - भारत को गौरव

लम्बाइ: 6:19

रिलीज: 2021

लेबल: टी-सिरीज

आरती गीतको स्क्रिनसट

आरती गीत - भुज

सूरज की लाली को तिलक लगा है
बगिया की ढली ढली पुष्प चरती है

पुर्वयी आके तेरा बहन फुहार्ती
बरखा की जल धारा चरण पदार्थी

रिद्धि सिद्धि तुझै है, तुझै ज्ञान हो
एक धन दयावंत देवों मे महान है
आदि है अनादि तू ही आदि सर्वेसाराय
काम करे विघ्न तू ही विद्धेश्वराय

धरती है तुझसे ही गगन विशाल है
तुझै जीवन हे तिमी ही महाकाल हो
आन्त का अरम्ब तिमी ही वेद का तिमी सार है
आती जाती ऋतुन पे उपकार है
आ…

गणेश गणेश गणेश गणेश गणेश

ऊ गोविन्द, ऊ कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द

शेष हे आशेस तिमी नमस्ते
छाँव है तिमी धुप है
राम हे तिमी कृष्ण हे
शिव का भे रूप है

दार के अन्धेरों को
दिलों से निकल दे
भस्म करे वैरियों को
जोश की बिमारी दे

नैन मुन्ड आगे
शिश को जुकाते है
गजाना गन तेरे हम सब गाते हैं
वक्रतुण्ड बन जायें
तेरे हे पचान हिम
दुश्मन के वास्ते हो
मौत का एलान हम

आ…

ऊ गोविन्द, ऊ कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द

श्रीगणेश, श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश
श्रीगणेश, श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश

आ…

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गोविन्द गोपाल

इन्द्राणी जम्भ पर
वड बस अम्ब पर
रकाँ सा डम्भ पर
रघुकुल राज हो

पवन बारी बहन पर
सम्पुरदी नाह पर
जो सहस पर
राम ध्वज राज है

उ गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द, हे कृष्ण
गोविन्द

दावा धुन डण्ड पार
छिटा मृघ जण्ड पर
मुछन भी द्वार पर
जैसे मृग राज है

तेज तमा आंश पर
कानज नी कांस पर
जोमलेज वंश पार
शेर शिवराज हो

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जय भवानी
जय शिव जी
जय भवानी
जय शिव जी

डल्टन का शोहर्टन का
हमको ना दान दे
हमको तो जंग मे का वरदान दे
डर के अन्धेरों को
तुम जोश का उजाला दे
भस्म करे वैरियों को
क्रोध को उज्वला दे

वक्रतुण्ड बन जायें
तेरे हे पहचाब हम
दुश्मन के हालत
मौत का एलान हम

गणेश गणेश गणेश गणेश गणेश
गणेश गणेश गणेश गणेश गणेश…

देइर्या है धारा का तिमी ही
यु गगन विशाल है
जय हो अजय अभय
तिमी ही महाकाल है

शेष है आशेस तुम्हीँ
छाँव है तिमी धुप है
राम हे तिमी कृष्ण हे
शिव का भे रूप है

श्रीगणेश, श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश
श्रीगणेश, श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश
श्रीगणेश, देवा श्रीगणेश

साज चतु रंग सेन
अंग मे उमंग धारी
सरजा शिवजंग
जितनी छलत है

भूषण घननाथ
बेहद नगा रङ्के
नाडी नाद केब मनके रनात हो

आ…

गीत इश्क मेरा गीत

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