आशिक समर्पण हुआ गीत बद्रीनाथ की दुल्हनियाबाट गाइन्छ अमल मल्लिक र श्रेया घोषाल। यो बलिउड गीत शब्द शब्बीर अहमदले लेखेका हुन् भने संगीत अमल मल्लिकले दिएका हुन् ।
गायक: अमल मल्लिक र श्रेया घोषाल
संगीत: शब्बीर अहमद
गीत: अमाल मल्लिक
चलचित्र/एल्बम: बद्रीनाथ की दुल्हनिया
लम्बाइ: 4:00
विमोचन: 2017
लेबल: टी-सिरीज
आशिक समर्पण हुआ गीत
जो भिडा तेरे
जो भिडा तेरे नैनो से टंका
आशिकलाई आत्मसमर्पण हुआ x (२)
टुने शर्मा के झ्याल से झंका
आशिक समर्पण हु
हान सूर्य ओ रि गोरी
मोहब्बत में तोहरी
ना जाने कब जुन से डिसेम्बर हुआ
टुने अंग्रेजी मै
टुने अंग्रेजी मे जब हमको दाँता
आशिक समर्पण हु
प्यार से मार गाऊँ पे चान्ता
आशिक समर्पण हु
जो भिडा तेरे नैनो से
हान हे मेरा गजबको देखिन्छ
आदाईं सुन्दर छन्
जानती हु मै तुझे
तिमी कितना खूनी मूर्ख है
हेर हे मेरा गजबको देखिन्छ
आदाईं सुन्दर छन्
जानती हु मै तुझे
तिमी कितना खूनी मूर्ख है x (2)
अरे शादीको सिजन
अप्रिल फूल हो
कैसे हम कह देन
के हान जी हान कबुल है
निर्दोष से अनुहार मुख्य झंका
आशिक समर्पण हु
जो भिडा मात्रै
जो भिडा मेरे नैनो से टंक
आशिक समर्पण हु
आत्मसमर्पण हो
अरे भाग्यवान मान भी जा
लडना बेफिजुल हो
प्यार दिए न
क्या आँखा मे पडी धुल है
प्यार दिए न
क्या आँखा मे पडी धुल है
अरे ताजमहल बनवाना
शाहजहाँ की भूल है
उस्ले पास पैसा
अपने हाथ में फूल है
टुने गुस्से मै
तू गुस्से मे फोन मेरा काटा
आशिक समर्पण हु
जो भिडा मात्र, ए हजुर!
जो भिडा मेरे नैनो से टंक
आशिक समर्पण हु
हान आत्मसमर्पण हु
हो आत्मसमर्पण हु
हाये आत्मसमर्पण हु