बेपन्हा तुम को छे गीत - मोहित चौहान - बाबुजी एक टिकट बम्बई

By तुर्फा सोल्तानी

बेपन्हा तुम को छे गीत द्वारा हिन्दी गीतसंग मोहित चौहान, पलक मुछाल। यो बलिउड गीत अल्ताफ सय्यदले लेखेका गीतमा अल्ताफ सय्यदको संगीत रहेको छ ।

गायक: मोहित चौहान, पलक मुछाल

गीत: अल्ताफ सय्यद

संगीत: अल्ताफ सय्यद

एल्बम/चलचित्र: बाबुजी एक टिकट बम्बई

लम्बाइ: 2:05

संगीत लेबल: T- श्रृंखला

बेपनाह तुमको छे गीतको स्क्रिनसट

बेपनाह तुमको छे गीत

तुम्कपे गर्न लागा येकीन
दिल जो दिल था मेरा कभी
एक जरा तुम जो संग चले
हो गया मुझे अजनबी

बेपनाह तुम को चाहिन्छ
ख्वाबों में तुम को लाये
दिल ना ये बाज आये मेरा मेहरबान (x2)

बेखबर बेखबर हुये
हम तो सारे जहाँ से
आँखा मे तुमको मुण्ड के
बैठे है यति मिनाँ से

सावली धुप मे चले
हामी तुम्हारे साए बाँके
पल्कोन कि सूर मे धानी ने
अब तो अरमान यहाँ पल्ले

बेपनाह तुम को चाहिन्छ
ख्वाबों में तुम को लाये
दिल ना ये बाज आये मेरा मेहरबान

नाइँ धून मेँ डबे डबे सूर मै
खामोशी करती है शोर
बोले न केही बोले किसी को हौले हौले
चाहे रे मन मेरा चोरी

चैन किन बेकारारी को
बिन तुम्हारा भला माइल
पास आओ पिघल्ने गर
कटरा कटरा ये फस्ला

नाइँ धून मेँ डबे डबे सूर मै
खामोशी करती है शोर
बोले न केही बोले किसी को हौले हौले
चाहे रे मन मेरा चोरी

लई रंग जिन्दगी नाइ
आज अन्देखे अन्छुए
ओढके रंगे तिम्रो
बस तुम्हारे लो हम हुये

बेपनाह तुम को चाहिन्छ
ख्वाबों मै तिमी को लाए
दिल ना ये बाज मेरा मेहरबान (x2)

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