एक धारा के जन गण गीत - सर्टकट सफारी (2016)

By तुलसी महावीर

एक धारा के जान गन गीत सर्टकट सफारी बाट हो, यो बलिउड गीत द्वारा गाइन्छ आत्रेयी भट्टाचार्य र साधना सरगम। यसमा जिम्मी शेरगिल, आशी रावल, शर्विल पटेल, मन पटेल मुख्य भूमिकामा छन्। यो गीत N/A द्वारा लेखिएको छ र मन (समिर-मन), रोहित शर्मा, समीर (समिर-मन) द्वारा संगीत छ। यो गीत २०१६ मा रिलिज भएको थियो ।

गायक: आत्रेय भट्टाचार्य र साधना सरगम

गीत: कुमार

संगीत: जस्सी कात्याल

एल्बम/चलचित्रसन्ताबन्त प्रालि

लम्बाइ: 5:13

विमोचन: 2016

संगीत लेबल: जी म्युजिक कम्पनी

एक धारा के जान गनको स्क्रिनसट

एक धारा के जन गण गीत - सर्टकट सफारी

लम्हा लम्हा आँखा मे बहे, चुप रहेके पल पल फिस्ले
हात से मगर केहि कहके
याद छल्ती सपना बाँके र क्षितिज तक दुर किनरे
जैसे तारे छोटी जङ्ग्नु जैसे आशा, एक दिलासा एक दिलासा
लम्हा लम्हा आँखा मे बहे, चुप रहेके

गुमसुम गुमसुम सहमी सन्से, चुप रहेके पल पल फिस्ले
दिल के धडकन केहि कहके
ठग्ने आये घोर अन्धेरा र काशीतिज तक दुर किनारे
पर ना हरे पूरब नभ मे एक सितारा जग उजियारा, जग उजियारा

असफल दुर तक जमीं और ऊँचा आस्मान, मिल रहे याही
क्यूँ न छुड छड कर समय को रोक कर बस रहे याही
छोड के डगर गम है दिशा जैसे
और खोज्ने कि भी कोई फिकार छैन
एक तार से बन्द रहे मन को
और बोल्ने कि भी एक वाजह नही
चलती अग्नि पूर्व ये धारा और पानी
हर पल करता प्राणो मे सर्जन मिल्कर हाय
कान कान जुड्ता बनता जीवन और हवाए सब जग बेठी
आजादी से एक धारा के जन गण सारे सब ही प्यारे, सब ही प्यारे
आकाश भेडकर सपना समातकर, हुआ सवेरा
आकाश भेडकर सपना समातकर, हुआ सवेरा
आकाश भेडकर सपना समातकर, हुआ सवेरा

गीत लो आ गए सन्ता बन्ता गीत सान्ता बन्ता प्रा लि (२०१६) बाट

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