गभ्रु गीत - कंवर ग्रेवाल | सुखदीप ग्रेवाल

By विनयवीर देओल

सुखदीप ग्रेवाल अर्को नयाँ एकल ट्र्याकको साथ फिर्ता छ "गभ्रु गीत", जसलाई गुरमिन्दर मड्डोकेले लेखेका हुन् र केभी सिंहले निर्माण गरेका हुन्। यो पंजाबी गीत रतन प्रोडक्सनको म्युजिक लेबल अन्तर्गत रिलिज भएको हो।

गायक: सुखदीप ग्रेवाल

गीत: गुर्मिन्दर मढोके

रचना गरिएको: केवी सिंह

चलचित्र/एल्बम: -

लम्बाइ: 2:25

रिलीज: 2017

लेबल: SagaHits

गभ्रु गीतको स्क्रिनसट

गभ्रु गीत - सुखदीप ग्रेवाल

मेरे गोरेयां हातन दी ताडी वाजदी
मेरे गोरेयां हातन दी ताडी वाजदी
वे वाज्जे बीट गीत दी तरह,

नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह
नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह

हो गुन्ड लिया गुट छ परन्डा नाग शुक्दा
आशिकन दे पहलन ए सराने काल कुकडा,

गुण्ड लिया गुट छ परन्डा नाग शुक्दा
आशिकन दे पहलन ए सराने काल कुकडा,

राती अम्ब्रन देउटे चामके
भे नक वाले लाउङ दी तरह।

नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह
नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह

हान नछडी दा मुक्दा गुलाबी ज्या हो गया
भेख मैनु सुरज शरबी जे हो गया,

नछडी दा मुक्दा गुलाबी ज्या हो गया
भेख मैनु सुरज शरबी जे हो गया,

मेरे रहन विच भीद नित जुड़ दी
भे सहर हङकङ दि तराह,

नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गब्रु ने रौंद दी तराह
नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गब्रु ने रौंद दी तराह

आखाँ गुर्मिन्दर वे आजी कल तडके
मु नेरे जडों दडनी नल्के दि खड्के
आखाँ गुर्मिन्दर वे आजी कल तडके
मु नेरे जडों दडनी नल्के दि खड्के
मेरी आखाँ ना तलशी जट ले गया
नि जेम्स बन्ड दि तारा।

नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह
नोट नछि दी गल उत्ते मार्या
नि गभ्रु ने रौंद दी तराह ।

गीत शरारती बिल्लो गीत

एक टिप्पणी छोड