लाइक ए स्नेक लिरिक्स - बादशाह, रफ्तार, आस्था गिल | २०२४

By शर्ली होवार्थ

एक साँप गीत जस्तै पछिल्लो एल्बम "एक था राजा" बाट हिन्दी गीत "सर्प जस्तै" द्वारा गाएको बादशाह र आस्था गिल। यो गीतलाई आसा ट्याकोन र कोल एमजीएनले संगीत दिएका छन् भने लाइक ए स्नेकको शब्द बादशाहले लेखेका हुन् ।

गीत: सर्प जस्तै

गायक: बादशाह, आस्था गिल

गीत: बादशाह

संगीत: Asa Taccone, Cole MGN

एल्बम: एक था राजा

ट्र्याक लम्बाई: 3:01

विमोचन: 2024

संगीत लेबल: बादशाह

लाइक ए स्नेक लिरिक्सको स्क्रिनसट

लाइक ए स्नेक लिरिक्स - बादशाह, रफ्तार, आस्था गिल

शरीर सर्प जस्तै चल्छ
शरीर सर्प जस्तै चल्छ

माम्बा जस्तो शरीर
आमा बोले थम्बा
बेबी डल है सोना
बाकी सारी तम्बा

कहिले करे साल्सा
कहिले करे सम्बा
चड गई पर्वत
ऊँचा ऊँचा लाम्बा

बेबी पाइथन हाई
अलग ही जोन है
हाये तेरी खुश्बु
जेहरी कोलोन है

तबी लौंडा मौन है
तबी लुन्डा गयो
साथ मे नाचे तेरे
जो वो लुन्डा कौन है

हिले जैसे वाइपर
फ्लोर पे हाइपर
करे बन्द जसै
Rashaah का साइफर

ये थोरै दायेँ कर
वाह थोरा बायें कर
बोलि कभी किया नही
मैने बोल कोसिस गर

दुनिया तरस्ती
सबको नही दंस्ती
लगे मेरा काश तू
दुबे तेरी काष्टी

आगे है शहर सारा
पिच्छे सारी बस्ती
किनौं कि आगे पिछे
मित गई हस्ती

जाम भरो बाबु
अब शार-ए-शाम करो बाबु
योँ न छोड ना आधे मे
काम तमाम करो बाबु

बम्बई ये शरीर दिल्ली का बना
सब है ओरिजिनल कुछ भी ना फक्के
आग से पहले ही निकले है सेक
सेक सेक सेक

शरीर सर्प जस्तै चल्छ
सर्प जस्तै सर्प...

शरीर सर्प जस्तै चल्छ
सर्प जस्तै सर्प...

सा रे ग मा प दा नी सा
छोरा लेरा घाना पिसा
कभी लागे नोरा सी वो
कहिले लागे मोनालिसा

Doremi Fasol Latido
जल गया शोला थी वो
काल्पनिक वो लेडी ले राही
शरीर कोकाकोला की वो

उचित पटोला थी
कालोनी मे रोल्ला थी
पास ना आउ तो फिर
बोलेगी के बोला नही

भरा हुआ पुरा थी
एक पुरा तोला थी
टिकि ना धरती पे
उडन खटोला थि

ओहो न पिछे तेरे दोनो
काते तिमी लडकौ का
जसको कोय फोन हो

किस से ना डरना
छे तिमी एक्लो हो
Pitega दोहोर्याउनुहोस् Pe
कहाँ का भी डोन हो

सब मेरे नाम करो बाबु यही
सब सारे आम करो बाबु यो
योँ ना छोड ना आधे मेँ यो
काम तमाम करो बाबु

दिल्ली के लुन्डे
न करे संकोच
काण्ड करायेगी
ऐसे न तिमी देख

डब गया पन्जा तो
लागेगी ना ब्रेक

शरीर शरीर सर्प जस्तै चल्छ
शरीर सर्प जस्तै चल्छ
सर्प जस्तै सर्प...

यहाँ अर्को नयाँ हिन्दी गीत छ बजेंगे गीत – बादशाह, सीधे माउट – २०२४

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