रंग रंग दे गीत जिगरिया (2014), यो बलिउड गीत द्वारा गाइन्छ जतिन्दर पाल सिंह, सुची, यशिका सिक्का। अरुण कुमारको शब्द रहेको यस गीतमा एग्नेल रोमन, फैजान हुसेन र राज प्रकाशको संगीत रहेको छ ।
गायक: जतिन्दर पाल सिंह, सुची, यशिका सिक्का
गीत: अरुण कुमार
संगीत एग्नेल रोमन, फैजान हुसेन, राज प्रकाश
लंबाई 6:15
लेबल T- श्रृंखला
रंग रंग दे गीत - जिगरिया
छोडी जग की सारी लाज
प्रीत की भाङ चाखी
हो प्रीत की भाङ चाखी
सार..रेरे...पिच्कारी चाले
धाङ ढङ धाम ढोल बाजे
चुम चन छुम छन घुंगरु बोले
थनक थानक तन कंगना डोले
सर छुम चान खानक खनक खान
ढङ्ग ढङ्ग ढङ्ग ढङ्ग धाङ्ग
हो आज ब्रिज मे हो होरी रसिया
इत्ते आयो कुँवर कन्हैया
हो आज ब्रिज मे है होरी राजिया
इत्ते आयो कुँवर कन्हैया
नचे हैं दोनो रे दोनो मगन
राधा को अपना ले आये किशन
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो तेरी भांग के नशीन मै
आज रंग रसिया भिगी चुनारी
मोरी भिगी मोरी अंगिया
हो हो आयो रे फागुन आयो रे
More कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
हो मोर कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रंग रङ दे रङ (२x)
बाँसीको धुन पे, टोलियाँ जाम गई
अपने प्रीतम से
गोपियो कि तन गई हो
बाँसीको धुन पे, टोलियाँ जाम गई
अपने प्रीतम से गोपियों की तन गई
हो आङ की बरखा मै ऐसा रंग काला
सानवारे से आधार सँवारे लाया
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो तेरी भांग के नशीन मै
आज रंग रसिया भिगी चुनारी
मोरी भिगी मोरी अंगिया
हो हो आयो रे फागुन आयो रे
More कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
हो मोर कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
रङ्ग रङ्ग रङ्ग बरसे
रङ्ग रङ्ग रङ्ग बरसे
रंग रङ रङ रङ बरसे गगन से
होरी के रंग मे गोरिया रंग गई
हो राधा रानी कान्हा मे रंग गई
होरी के रंग मे गोरियाँ रंग गई
हो राधा कान्हा मे रंग गई
राधा बिचारी हो करे खिलवारी
थाये न उल्टा त है एक सिपारी
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो तेरी भांग के नशीन मै
आज रंग रसिया भिगी चुनारी
मोरी भिगी मोरी अंगिया
हो हो आयो रे फागुन आयो रे
More कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
हो मोर कान्हा जो आयो पलटके
आप्के होरी मे खेलुङ्गी डटके
हो आज ब्रिज मे हो होरी रसिया
इत्ते आयो कुँवर कान्हिया
उठे आयी राधा ले सखियाँ
हो आज ब्रिज मे हो होरी रसिया
रङ्ग रङ्ग रङ्ग बरसे
रंग रङ रङ रङ बरसे गगन से
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग
हो रङ रङ दे रङ रङ दे
रङ्ग रङ्ग दे रङ्ग