लाल सिंह चड्डा (२०२२) बाट तुर कलेयन गीत

By रिचर्ड आर सक्क्सटन

Tur Kalleyan गीत २०२२ को बलिउड चलचित्र "लाल सिंह चड्डा" बाट, अरिजित सिंह, शादाब फरीदी र अल्तमश फरीदी यो गाए बलिउड गीत ‘तुर कलेयां’मा प्रीतमको संगीत रहेको छ भने गीतमा अमिताभ भट्टाचार्यको शब्द रहेको छ । गीतको भिडियो फिचरिङ - आमिर खान र करीना कपूर।

यो गीत T-Series को तर्फबाट 2022 मा रिलीज गरिएको थियो। अद्वैत चन्दन द्वारा निर्देशित।

गीतको नाम: Tur Kalleyan

गायक: अरिजीत सिंहशादाब फरीदी र अल्तमश फरीदी

गीत: अमिताभ भट्टाचार्य

रचना गरिएको: प्रीतम

चलचित्र/एल्बम: लाल सिंह चड्ढा

लम्बाइ: 4:00

रिलीज: 2022

लेबल: टी-सिरीज

Tur Kalleyan गीत को स्क्रिनसट

तुर कलेयन गीत - लाल सिंह चड्डा

लम्हों मै आयो
लम्हों मै गम
मेरो हुये हो
हिस्सों मै तुम

है जिंदगी के किसके
मिलते हो सारे किस्सों मे तुम

तिमी तिमी देखली छौ
आपे ही पायम्बर हो
तिमी खुद है तमाशा पनि
आपे ही कलन्दर हो

बेकार तलाशीन तिमी
दरगाह मेँ शिवलों मेँ

जस यार को तिमी धुन्धे
वो तेरे ही अंदर है
बनी हिजर मै
रतन एन्जीथियान
बाता कोयल वारगा
जल भुन कर तैनु कि मिले

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां
छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां

छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां
तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन

तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन

तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन

तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन
तुर कल्लेयन

हो लिख ले कुरा हो
सच्चा दिलदार को
वोही है जो दिलबर को
आजाद कर सके

जस्ले हातौं हुवा
दिल चकनाचूर हो
उस यार को सजदे मेँ
याद कर सके खाए

हो लिख ले कुरा हो
सच्चा दिलदार को
वोही है जो दिलबर को
आजाद कर सके

जस्ले हातौं हुवा
दिल चकनाचूर हो
उस यार को सजदे मेँ
याद कर सके खाए

ऐसे शाक के आँसु कि बुन्द से
बियाबान बनजार से
रेजिस्तान मे भी गुल खिलेया

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां
छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां
छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां

इश्क है तेरा मस्ताना
हर फिकार से शुरू हो
तिमी पाक परिन्दा पर्वजी
चल तोड के पिञ्जरे उड जान

जिस ओर जमीं से अम्बर मिले
सुर्ख शफाक सुरज ढले
वहिन यार फकीरे मंजिल तेरी
छड जग नु चल तुर कल्लेयां

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां
छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां

तुर कल्ल्यान वे छल्ला
चल वे तुर कल्लेयां
छाड रञ्ज दिएं गल्ल्याँ
चल वे तुर कल्लेयां

गीत कहानी गीत - लाल सिंह चड्डा (२०२२)

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