अंधेरों में रिश्ते के बोल: द्वारा गाया गया अरिजीत सिंह फिल्म साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 से। इसका संगीत अंजन भट्टाचार्य, सिद्धार्थ पंडित और राणा मजूमदार द्वारा रचित है जबकि गीत संदीप नाथ द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: अरिजीत सिंह
गीतकार: संदीप नाथ
संगीत: अंजन भट्टाचार्य, सिद्धार्थ पंडित और राणा मजूमदार
मूवी/एल्बम: साहेब बीवी और गैंगस्टर 3
लंबाई: 2:29
रिलीज: 2018
म्यूज़िक लेबल: सारेगामा संगीत
अंधेरों में रिश्ते के बोल
बढ़ते हैं ख़्वाब बनके साज़िशें
चेहरे पर दोस्ती दिल में रंजीशें
आँखों की क़ैद में रहती हसरतें
अंधेरों में रिश्ते चल रहे
हर शक पौध ज़हर का बो रहा
हाथों को अपने लहू से धो रहा:
नफ़रत का शोला दिलों में तो रहा
हां फिर भी प्यार कैसे हो रहा है
माने ना कोई, कोई बंदिशें
अंधेरों में रिश्ते चल रहे
मीठी हांसी में छुपी है एक दाग
धोखे में लिपटी हुई है हर अदा
क्यूं ढूंढते हो शहर में तुम वफ़ा
हां फिर है उम्मीदें क्यों जवान
उल्झती हर घड़ी सबकी ख्वाहिशें
अंधेरों में रिश्ते चल रहे
बढ़ते हैं ख़्वाब बनके साज़िशें
चेहरे पर दोस्ती दिल में रंजीशें
आँखों की क़ैद में रहती हसरतें
अंधेरों में रिश्ते चल रहे।
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