बत्तियां बुझादो Lyrics मोतीचूर से चकनाचूर नया है बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया ज्योतिका तंगरी और रामजी गुलाटी. इसका संगीत रामजी गुलाटी और आदित्य देव ने दिया है जबकि बतियां बुझा दो गाने के बोल कुमार ने लिखे हैं।
गायक: ज्योतिका टंगरि और रामजी गुलाटी
गीत: कुमार
रचना: अमजद नदीम आमिर
मूवी/एल्बम: मोतीचूर चकनचूर
लंबाई: 3:25
रिलीज: 2019
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
Battiyan Bujhaado Lyrics - Motichuor Chaknachoor
बटियां बुझादो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो
बटियां बुझा दो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो
आँखों से धीरे धीरे
करें शुरुआत हम
लैबोन पे . में फ़िर
जग ले जज़्बात हम
आँखों से धीरे धीरे
करें शुरुआत हम
लैबोन पे . में फ़िर
जग ले जज़्बात हम
दूरियों से कह दो की पास न आए
एक दूसरे में गुजारें सारी रात हम
बटियां बुझादो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो
बटियां बुझा दो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो
जितना नशा भरा है मेरी अंगदई में
आजा बरसों तुझपे आज तनहाई में
बहें कहते हैं, कहीं से लिपट के
लम्हे बीता लूं ख्यालों की राज्यी में
बटियां बुझादो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो
बटियां बुझा दो
थोड़ी सी पिला दो
अंधेरे में जो होगा
सुबाह उसे भुला दो