जागा खुन्नस गीत आर माधवन और ऋतिका सिंह अभिनीत साला खडूस से - यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है विशाल ददलानी और विजय नारायण, संतोष नारायणन द्वारा रचित और स्वानंद किरकिरे द्वारा लिखित।
गायक: विशाल डडलानी और विजय नारायण
गीत: स्वानंद किरकिरे
रचना: संतोष नारायणन
मूवी/एल्बम: साला खडूस
लंबाई: 2:13
विमोचन: 2016
लेबल: टी-सीरीज़
जगा खुन्नस गीत - साला खडूस
आवारा तू हवा फिरती वहां
खुद को तूफ़ान बना ले जगा खुन्नस
मंजिलें खोई खोई, ख्वाहिशें सोइ सोई
सोया जज़्बा जगा ले जगा खुन्नस
जगा खुन्नस।।
जगा खुन्नस.. ओ..
जगा खुन्नस।।
तूफान में दिए का बुझना मन है
तूफान से तू लड़ जा
मुश्किलों से सुन ले दिल, डरना मना है
मुश्किलों से तू लड़ जा
फोन को कुछ भी नहीं
पाने को दुनिया पड़ी
दुनिया को पाने की तू जग खुन्नस
गुस्से की कमी नहीं
हिम्मत भी तो काम नहीं
खुद को दिशा दिखाने जग खुन्नस
जगा खुनास.. (जीत तेरी, हां तेरी होगी)
जगा खुनास.. (जीत तेरी, हां तेरी होगी)
जगा खुनास.. (जीत तेरी, हां तेरी होगी)
तदौन तदौं…
जगा खुन्नस।।
जगा खुन्नस।।
जगा खुन्नस।।
जिंदगी ये छोटी सी है
है आई अभी अभी गई
काम कोई ऐसा तू कर
खुद को जो दे पहचान नई
गिर गिर कर उठ जा रे तू
मित कर लड़जा रे तू
खुद ही खुद को पाले तू ओ...
ऐसी तू तैयारी कर
जग पे हो तेरा असर
नाम बन, पहचान बनजा, शान बजाना तू...
जगा खुन्नस।।
जगा खुनास.. (जीत तेरी, हां तेरी होगी)
जगा खुनास.. (जीत तेरी, हां तेरी होगी)
राग राग तेरी वृद्धि के नासा में जूनून बहे
धक धक दिल यही कहे के
जीत तु मेरी है...
जगा खुन्नस।।