मन की डोरी Lyrics गुंजन सक्सेना से नवीनतम है बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया अरमान मलिक. इस गाने में जान्हवी कपूर हैं और इस नए गाने का संगीत अमित त्रिवेदी ने दिया है जबकि मन की डोरी के बोल कौसर मुनीर ने लिखे हैं और वीडियो शरण शर्मा द्वारा निर्देशित है।
गायक: अरमान मलिक
गीत: कौसर मुनीर
रचना: अमित त्रिवेदी
मूवी/एल्बम: गुंजन सक्सेना
लंबाई: 2:36
रिलीज: 2020
लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
मन की डोरी Lyrics - गुंजन सक्सेना
जिस पल से देखा है तुझको
मन ये पागल गया रे
पीछे पीछे देखो
तेरे हद से निकल गया रे
हो हो ऊ
जिस पल से देखा है तुझको
मन ये पागल गया रे
पीछे पीछे देखो
तेरे हद से निकल गया रे
तू जहां वहां लेके जाए
ये रहीन मोरी
की तुझ संग बंधी
की तुझ संग बंधी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरिक
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरिक
रे रे तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
हो दातों से काटे
हाथों से खिंचे
दूर ये तेरी मेरी
तोड़े ना टूटे
हो धूप के दिन हो या
सर्दी की रातें
दूर ये तेरी मेरी
छोडे ना छुटे
तू जहां वहा लाइक जाए
ये रहे मोरी
की तुझ संग बंधी
की तुझ संग बंधी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
रे रे तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
की तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी
रे रे तुझ संग बंधी
ये मन की डोरी