मोहे आए ना जग से लाज गीत - कैबरे | नीति मोहन

By फकरुद्दीन पेरी

मोहे आए ना जग से लाज गीत कैबरे (2016) से, यह बॉलीवुड गीत द्वारा गाया जाता है नीती मोहन कतील शिफाई द्वारा लिखा गया है, संगीत मुनीश मखीजा द्वारा रचित है, जिसमें गुलशन देवैया, ऋचा चड्डा, एस श्रीसंत ने अभिनय किया है।

गायक: नीती मोहन

गीत: कतील शिफाई

रचना: मुनीश मखीजा

मूवी/एल्बम: काबरे

लंबाई: 2:36

रिलीज: 2016

लेबल: टी-सीरीज़

मोहे आए ना जग से लाज Lyrics . का स्क्रीनशॉट

Mohe Aaye Na Jag Se Laaj Lyrics - Cabaret

के घुंघरू टूट गए

के घुंघरू टूट गए (x2)

मोहे आए न जग से लाज,

मैं इतना ज़ोर से नाची आजु

के घुंघरू टूट गए

के घुंघरू टूट गए (x2)

कुछ मुझे नया जोबन भी था,

कुछ प्यार का पागलपन भी था

एक पलक मेरी तेरी बनी

हाय…

एक जुल्फ मेरी जंजीर बनी

लिया दिल साजन का जीता

लिया दिल साजन का जीता

छेदे पयालिया ने गीतो

के घुंघरू टूट गए

के घुंघरू टूट गए (x2)

मैं बस थी जिन्के सपनों में

सपनों में.. सपनों में..

वो गिनेगा अब मुझे अपना मैं

कहते हैं मेरी, हर अंगदाई

मैं पिया की नींद चुरा लाई

मैं बन के गई थी चोर,

मैं बन के गई थी चोर,

के मेरी पायल थी कमज़ोरी

के घुंघरू टूट गए

के घुंघरू टूट गए (x2)

मोहे आए न जग से लाज,

मैं इतना ज़ोर से नाची आजु

के घुंघरू टूट गए

के घुंघरू टूट गए (x2)

गीत अंजाने गीत करो

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