मुहब्बत को मिसयूज़ लिरिक्स - मिर्ज़ा जूलियट (2017)

By चारु मंडल

मुहब्बत को मिसयूज लिरिक्स फिल्म "मिर्जा जूलियट" से। इस बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है कृष्ण एकल. मुहब्बत को मिसयूज गाने के बोल संदीप नाथ ने लिखे हैं और इस गाने का म्यूजिक कृष्णा सोलो ने दिया है. मुहब्बत को मिसयूज़ के गीत का संगीत वीडियो कृष्ण द्वारा निर्देशित है।

गायक: कृष्ण एकल

गीत: संदीप नाथ

संगीत: कृष्ण एकल

मूवी/एल्बम: मिर्ज़ा जूलियट

ट्रैक की लंबाई: 2:39

रिलीज: 2017

म्यूज़िक लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

मुहब्बत को मिसयूज लिरिक्स का स्क्रीनशॉट

मुहब्बत को मिसयूज़ लिरिक्स - मिर्ज़ा जूलियट

लव में हदतल नहीं की जाति
जांच परताल नहीं की जाति
लव में हदतल नहीं की जाति
जांच परताल नहीं की जाति
बेइमातलाब अहंकार में इसुसे ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर

मुहब्बत को मिसयूज ना कर
दुरुपयोग ना करें…

आपको खिचतानी की क्यों आदत है
इश्क या फिर कोई मुफ्त की दावत है
चोट जो है दिल में पुरानी ठीक ना हो तो
जवानी जवानी जवानी आफत है
बेइमातलाब अहंकार में इसुसे ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर

सब से बड़ी ये त्रासदी है
मोहब्बत की है या पीएचडी है
फिर भी बंदे फिसदे है मारा रे
देखो बिगड़ी अपनी गाड़ी है
जट्ट से उतरो नर नारी रे
भइया मार मार धक्के रे

मेरी जालिम जवानी हुई डरावनी कहानी
यूं तो दाना पानी दाना पानी दाना पानी
हुक्का हुक्का रे मेरा बैठ गया बैठ गया बैठ गया
बैठा बैठा बैठा भांडा रे

इश्क दा भीकी लाट ये जिसके पड़ गया
आदियाल घोडे सा वो जिद्दी ऐड जाए
रुक जाए जी प्यार की जरूरत यारो के आगे नाक
रागदनी रागदनि रागदनि रागदनि पड़ जाए
बेइमातलाब अहंकार में इसुसे ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर
इमोशन को को को तू कन्फ्यूज ना कर
मुहब्बत को को को मिसयूज ना कर..

गीत टुकड़ा टुकड़ा गीत - मिर्ज़ा जूलियट (2017) | असीस कौर

एक टिप्पणी छोड़ दो